मंगलवार को भड़की इस हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा है कि इस घटना के दोषी व्यक्तियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में जो लापरवाही हुई है, उससे संबंधित अधिकारियों को दंडित किया जाएगा। एक स्थानीय अखबार के मुताबिक जिलाधिकारियों और पुलिस अफसरों को निर्देश दिये गए हैं कि वे जातीय संगठनों के प्रदर्शन की अनुमति देने से पूर्व पूरी सतर्कता बरतें।
मायावती की सभा के बाद भड़की थी हिंसा
मंगलवार शाम पांच बजे मायावती की सभा समाप्त होते ही पास के चंद्रपुर गांव और सब्बीरपुर गांव में सभा से लौट रहे लोगों पर हमले किए गए। मिली जानकारी के अनुसार पांच बजे के करीब मायावती की सभा खत्म हुई। इसके बाद लोग अपने-अपने गांव लौटने लगे। इस दौरान लौट रहे लोगों पर गोलीबारी की गई। कई लोगों ने तलवार और अन्य धारदार हथियारों से हमले किए। तलवार के प्रहार से 9 लोगों के घायल होने की खबर है जबकि एक की मौत और दो लोगों की हालत गंभीर है।
वरिष्ठ अफसरों को सीएम ने भेजा सहारनपुर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाम को अपने वरिष्ठ अफसरों को तलब किया और सहारनपुर के पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने चार वरिष्ठ पुलिस अफसरों को स्टेट प्लेन से तत्काल सहारनपुर भेजने और हर हाल में वहां कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। इस दल में गृह सचिव मणि प्रसाद मिश्रा, एडीजी लॉ एण्ड आर्डर आदित्य मिश्रा, आईजी एसटीएफ अमिताभ यश और डीजी सुरक्षा विजय भूषण शामिल हैं।
दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई: योगी
सीएम योगी ने सहारनपुर में घटी घटना को दु:खद और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए घटना में मारे गए युवक के प्रति शोक संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि इस घटना के दोषी व्यक्तियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लापरवाही करने वाले अफसरों को भी दण्डित किया जाएगा। यह सरकार सबकी है। जाति, पंथ, मजहब के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।
प्रजापति समाज के दो लोगों पर हमला
कल देर रात प्रजापति समाज के दो लोगों पर दलित समझकर हमला किया गया। इस दौरान सहारनपुर के नानौता बड़गांव मार्ग पर एक आदमी को गोली भी मारी गई है। जानकारी के मुताबिक दोनों लोगों को जिला चिकित्सालय भेजा गया है।
भीम आर्मी के नारों से बिगड़ा माहौल
बताया जा रहा है कि मायावती की सभा से पहले भीम आर्मी के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की थी। सभा से पहले ही क्षेत्र में तनाव का माहौल देखा जा रहा था। इस दौरान आगजनी और छिटपुट घटनाएं भी हुई थीं। बसपा प्रमुख मायावती की सभा के समय भी भीम आर्मी ने जमकर नारेबाजी की। लोगों का मानना है कि इस नारेबाजी ने क्षेत्र के माहौल को और बिगाड़ दिया जबकि यहां की स्थिति पहले से ही संवेदनशील थी।