Advertisement

बंगले को लेकर एक बार फिर चर्चाओं में अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बंगले को लेकर एक फिर सुर्खियों में बने हैं। इस बार वह...
बंगले को लेकर एक बार फिर चर्चाओं में अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बंगले को लेकर एक फिर सुर्खियों में बने हैं। इस बार वह विक्रमादित्य मार्ग पर रहने के लिए बनवाए जा रहे आवास को लेकर चर्चा में हैं। अखिलेश यादव अब लखनऊ में होटल खोलना चाहते हैं। सपा अध्‍यक्ष अपनी पत्‍नी डिंपल यादव के साथ मिलकर लखनऊ में हिबिस्‍कस हेरीटेज नामक होटल खोलने की योजना बना रहे हैं।

 

दरअसल, अखिलेश यादव और डिंपल यादव ने संयुक्त रूप से आवास का नक्शा पास कराने के लिए एलडीए में आवेदन किया है। हालांकि यह नक्शा होटल हिबिस्कस हेरिटेज के नाम से पास करने को दिया गया है। इसलिए अखिलेश यादव के होटल कारोबार में उतरने की चर्चा जोरों पर है।

यह मकान सपा मुख्यालय के पास होगा-

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश और पत्नी डिंपल के नाम विक्रमादित्य मार्ग पर 1-ए नंबर का बंगला है। इसे अखिलेश और डिंपल ने 31 जनवरी 2005 को खरीदा था, उस समय मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। नक्शे में खामी होने के कारण एलडीए ने आपत्ति लगाकर वापस कर दिया था। संशोधित नक्शा आने के बाद 28 जून को एलडीए ने विभिन्न विभागों से एनओसी मांगी है। जिस भूमि पर आवास बनाया जाएगा, वह होटल, क्लब आदि जैसी विभिन्न सुविधाओं के लिए अनुमन्य है। यह मकान समाजवादी पार्टी मुख्यालय के पास होगा।

सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का कहना है कि विक्रमादित्य मार्ग पर उनके रहने के लिए आवास बनवाया जा रहा है। इस जमीन का भूउपयोग पहले शहर के मास्टर प्लान 2021 में आवासीय था। सपा सरकार में शहर के लिए नया मास्टर प्लान 2031 तैयार हुआ तो भूउपयोग आवासीय से विभिन्न सुविधाओं होटल, क्लब आदि के लिए कर दिया गया। हालांकि अब सरकार ने आवासीय में भी होटल अनुमन्य कर दिया है।

हाई सिक्योरिटी जोन में आता है अखिलेश का ये प्लाट

गौरतलब है कि अखिलेश यादव का जिस स्थान पर प्लाट है, वह विक्रमादित्य मार्ग पर हाई सिक्योरिटी जोन में आता है। हाईसिक्योरिटी जोन का नक्शा केवल सात मीटर ऊंचाई तक ही पास हो सकता है।

दूसरे बंगले में बनवाएंगे लाईब्रेरी

अखिलेश यादव के प्लॉट से सटे बंगला नंबर दो समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम दर्ज है। इसका बैनामा भी 2005 में हुआ था। इसकी रजिस्ट्री राष्ट्रीय अध्यक्ष सपा मुलायम सिंह यादव के नाम से हुई थी। यानी इसका मालिक भी वही होगा, जो सपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष होगा। इस भूमि पर अखिलेश यादव लाईब्रेरी बनवाएंगे। इसका नक्शा पास कराने के लिए आवेदन किया गया है।

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad