दो साल पहले 9 फरवरी को अफजल गुरु को फांसी की सजा दी गई थी। इस बात को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और कई अलगाववादी नेताओं को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस ने जेकेएलएफ के अध्यक्ष मोहम्मद यासीन मलिक को कल शाम उनके मैसूमा आवास से हिरासत में लेकर कोठीबाग पुलिस थाने में रखा गया। हुर्रियत नेता शब्बीर अहमद शाह, मोहम्मद अशरफ सेहराई और अय्याज अकबर को भी नजरबंद रखा गया है ताकि वे किसी प्रकार का प्रदर्शन न करें।
अलगाववादी समूहों ने आज और 11 फरवरी को भी बंद का आह्वान किया है जिसके मद्देनजर शेष कश्मीर घाटी में आज जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। जेकेएलएफ संस्थापक मोहम्मद मकबूल भट को 11 फरवरी 1984 को और अफजल गुरू को नौ फरवरी 2013 को फांसी की सजा दी गई थी।
इस बीच समाचार एजेंसी पीटीआइ की खबर के मुताबिक श्रीनगर-मुजफ्फराबाद बस सेवा स्थगित कर दी गई है। साथ ही सीमा पर भी गोलीबारी होने की खबर है।