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मध्य प्रदेश: अल्पेश, जिग्नेश और हार्दिक करेंगे विधानसभा चुनाव में प्रचार

गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर जमकर वार करने वाले अल्पेश ठाकुर,...
मध्य प्रदेश: अल्पेश, जिग्नेश और हार्दिक करेंगे विधानसभा चुनाव में प्रचार

गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर जमकर वार करने वाले अल्पेश ठाकुर, जिग्नेश मेवाणी और उनके साथी हार्दिक पटेल मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में डट कर प्रचार करने वाले है।

अल्पेश ठाकुर ने कहा, 'मध्यप्रदेश में यह मेरा पहला दौरा है। मैं कल सतना जिले में एक रैली को संबोधन करने जा रहा हूं। उसके बाद में जबलपुर पहुंचकर रवाना हो जाऊंगा पर आने वाले समय में और विधानसभा चुनाव के पूर्व में, हार्दिक भाई पटेल, जिग्नेश मेवाणी जी मध्य प्रदेश में कई विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर रैलियों को सम्बोधित करेंगे।'

उन्होंने कहा, 'हम तीनों आंदोलनकारी जल्द ही  शिवराज सिंह चौहान की भ्रष्ट, निकम्मी और पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय के विरोध में काम कर रही भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे और हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से पूछेंगे कि उनकी सरकार ने पिछले चार सालों में लोगों और बेरोजगारों के लिए क्या किया।' उन्होंने यह बात भोपाल में एक पत्रकार वार्ता के दौरान सोमवार में कही।'

उन्होंने मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पकौड़ा को लेकर दिए गए बयान के समर्थन पर विरोध जताया।ठाकुर ने कहा, 'वैसे तो राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल से हमारे पारिवारिक सम्बन्ध है और मैं यही कहना चाहूंगा कि वो पकौड़े अच्छा बनाना जानती हैं पर केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठी सरकार से हम पूछना चाहते हैं कि उन्होंने देश में हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था क्योंकि उनकी सरकार बेरोजगारों को नौकरी नहीं दे पाई इसलिए वो अब पिछड़ा वर्ग के युवाओं और बेरोजगारों को पकौड़े तलने कि बात कह रहे हैं। उनकी सरकार चाहती है कि पिछड़ा वर्ग के युवा पकौड़े तले और हमेशा पिछड़े रहे।'

आपको बता दें कि पिछले हफ्ते आनंदीबेन ने एक कार्यक्रम में दलील दी थी कि पकौड़े बनाना कौशल विकास का एक हुनर है। इसमें शुरू के दो साल तक भले ही कम सफलता मिले लेकिन तीसरे साल वह व्यक्ति रेस्त्रां और आगे जाकर होटल का मालिक बन सकता है।

उनका कहना था कि सभी को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती। हमारा अनुभव है कि पकौड़े तलना भी कौशल विकास का एक हुनर है। इसमें शुरु के दो साल में भले ही सफलता नहीं मिले लेकिन तीसरे साल वह एक रेस्त्रां का मालिक बन सकता है और आगे जाकर होटल का मालिक बन सकता है।

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