राजस्थान के अलवर में रकबर उर्फ अकबर की शुक्रवार रात गौ तस्करी के शक में हत्या कर दी गई। इस मामले में अब एक नया मोड़ आया है जिससे पुलिस पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
अंग्रेजी समाचार पत्र द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अलवर के लालावंडी गांव जहां अकबर की हत्या हुई वहां से रामगढ़ कम्युनिटी हेल्थ सेंटर की की दूरी महज 4 किलोमीटर है। इसके बाद भी पुलिस के घटनास्थल से हैल्थ सेंटर तक पहुंचने में ढाई घंटे से ज्यादा लग गए।
शुक्रवार की रात गो तस्करी के शक में रकबर और असलम की भीड़ ने पिटाई कर दी थी। असलम भाग निकला, लेकिन रकबर पिटता रहा।
एनडीटीवी के मुताबिक, घायल रकबर लगातार कहता रहा कि वो दर्द में है लेकिन पुलिस उसे तुरंत अस्पताल न ले जाकर पहले गाय के लिए गाड़ी का इंतजाम करने में लगी रही। यही नहीं रास्ते में गाड़ी रोक कर चाय पी और फिर अस्पताल ले जाने की जगह थाने ले गई। जब पुलिस रकबर को लेकर अस्पताल पहुंची तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
बीच इस मामले में रविवार को तीसरे शख्स की गिरफ्तारी की गई। उससे पहले शनिवार को दो लोगों को पकड़ा गया था। इसके साथ ही जांच की जिम्मेदारी अतिरिक्त एसपी रैंक के एक अधिकारी को सौंपी गई है। तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में रामगढ़ पुलिस थाना के प्रभारी सुभाष शर्मा ने बताया, ''नरेश सिंह को गिरफ्तार किया गया। वह लालावंडी गांव का रहने वाला है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।''