फतवा में संगीत आधारित रियलिटी शो इंडियन आइडल जूनियर के दूसरे संस्करण की रनर अप असम की नाहिद आफरीन को 25 मार्च को आयोजित होने जा रहे एक कार्यक्रम से दूर रहने के लिए कहा गया है। इस कार्यक्रम को शरिया के खिलाफ बताया गया है।
मध्य असम के होजई और नागांव जिले में बड़ी संख्या में बांटे गये पर्चों के माध्यम से यह फतवा जारी किया गया।
असमी में प्रकाशित पर्चों में 46 उलेमाओं, संगठनों और व्यक्तियों के नाम हैं। पर्चों में नाहिद को मनोरंजक कार्यक्रमों से यह कहते हुए दूर रहने को कहा गया है कि इस तरह के कार्यक्रम भविष्य की पीढि़यों को भ्रष्ट बनाएंगे।
पर्चे में कहा गया है, जादू, नृत्य, नाटक, थियेटर इत्यादि शरिया नियमों के विरूद्ध हैं। संगीत से जुड़े शो भी शरिया नियमों के खिलाफ है और भविष्य की पीढि़यां इससे भ्रष्ट होंगी।
इसमें कहा गया है, मस्जिदों, ईदगाह, मदरसों और कब्रिस्तान के आसपास के इलाकों में म्यूजिकल नाइट जैसे शरिया विरोधी कार्यक्रमों के आयोजन से हमारी भावी पीढि़यों पर अल्लाह का कहर नाजिर होगा।
कक्षा दस की छात्रा और राज्य में संगीत की पर्याय मानी जाने वाली नाहिद को 25 मार्च को नागांव जिले के लंका इलाके के एक कॉलेज में आयोजित होने जा रहे एक संगीत कार्यक्रम में हिस्सा लेना है।
फतवा के बारे में जानकारी मिलने पर गायिका की आंखें भर आईं और उसने कहा, मैं इसको लेकर अवाक हूं।
इसके बाद वह थोड़ी संभली और कहा, मेरे ख्याल से संगीत अल्लाह की देन है। मैं इस तरह की चेतावनी के समक्ष झुकने वाली नहीं हूं और गाना कभी नहीं छोड़ूंगी।
पर्चों का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस बात का पता लगाया जा रहा है कि हाल में जारी फतवा आतंकवाद और इस्लामिक स्टेट के खिलाफ नाहिद के हालियां गानों की प्रतिक्रिया में तो नहीं है।
उन्होंने कहा कि नाहिद और उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया करायी जाएगी।
असम के मुख्यमंत्री सर्वानन्द सोनोवाल ने भी नाहिद को खतरे से जुड़ी खबरों के मद्देनजर उन्हें फोन करके सुरक्षा का आश्वासन दिया है।
इस बीच नाहिद की मां ने कहा कि 25 मार्च के संगीत कार्यक्रम के आयोजकों ने परिवार से कहा है कि फतवा के कारण कार्यक्रम रद्द नहीं किया जा रहा है। भाषा