प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को असम के तीव्र आर्थिक विकास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भाजपा सरकार के तहत पिछले छह वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था दोगुनी हो गई है। साथ ही उन्होंने पूर्वी भारत और पूर्वोत्तर के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि जैसे-जैसे भारत अधिक विकास की ओर बढ़ रहा है, यह क्षेत्र अपनी ताकत दिखाने के लिए तैयार है।
एडवांटेज असम कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने इसे असम की क्षमता को वैश्विक अवसरों से जोड़ने की एक बड़ी पहल बताया।
इस क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा, "पूर्वी भारत और पूर्वोत्तर की धरती आज एक नए भविष्य की शुरुआत करने जा रही है। एडवांटेज असम, असम के सामर्थ्य और प्रगति से पूरी दुनिया को जोड़ने का एक महाअभियान है। इतिहास गवाह है कि पहले भी भारत की समृद्धि में पूर्वी भारत की बहुत बड़ी भूमिका रही है।
आज जब भारत विकास की ओर बढ़ रहा है, तो एक बार फिर हमारा पूर्वोत्तर अपनी ताकत दिखाने जा रहा है।”
भाजपा सरकार के तहत राज्य की तीव्र आर्थिक वृद्धि की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले छह वर्षों में असम की अर्थव्यवस्था दोगुनी हो गई है।
उन्होंने कहा, "असम का योगदान बढ़ता जा रहा है। 2018 में एडवांटेज असम का पहला संस्करण लॉन्च किया गया था। उस समय असम की अर्थव्यवस्था लगभग 2.75 लाख करोड़ रुपये थी, जो अब छह लाख करोड़ रुपये है। इसका मतलब है कि भाजपा सरकार के तहत असम की अर्थव्यवस्था छह साल में दोगुनी हो गई है। यह डबल इंजन वाली सरकार के दोहरे प्रभाव को दर्शाता है।"
भारत के वैश्विक व्यापार और कनेक्टिविटी पर चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी के महत्व पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा, "आज, भारत अपनी स्थानीय आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत कर रहा है और दुनिया भर के विभिन्न क्षेत्रों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों में शामिल हो रहा है। पूर्वी एशिया के साथ हमारे संबंध मजबूत हो रहे हैं और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा नए अवसर पैदा कर रहा है।"
प्रधानमंत्री ने बुनियादी ढांचे के विकास में केंद्र के प्रयासों को भी रेखांकित करते हुए कहा, "सरकार देश के बुनियादी ढांचे में भी भारी निवेश कर रही है। संस्थागत सुधार, उद्योग, बुनियादी ढांचा और नवाचार भारत की प्रगति का आधार हैं। इसलिए निवेशक भी देश की प्रगति की संभावनाओं को बदलते हुए देख रहे हैं। इस प्रगति में असम भी डबल इंजन की गति से आगे बढ़ रहा है।"
रेलवे क्षेत्र में सुधार पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, "असम को 2009 से 2014 के बीच रेल बजट के लिए औसतन 2,100 करोड़ रुपये मिले। हमारी सरकार ने असम का रेल बजट चार गुना बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपये कर दिया है।"
एडवांटेज असम 2.0 निवेश एवं अवसंरचना शिखर सम्मेलन 2025 का उद्देश्य राज्य में निवेश आकर्षित करना और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। यह आयोजन व्यवसायों और निवेशकों के लिए असम के तेजी से बढ़ते औद्योगिक और अवसंरचना क्षेत्रों में अवसरों का पता लगाने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री डॉ. एस जयशंकर, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सर्बानंद सोनोवाल भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और एमडी मुकेश अंबानी और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी समेत उद्योगपति भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।