यूपी में चुनाव से पहले भाजपा की ओर से किए गए सभी वादे नाकाम साबित होते नजर आ रहे हैं। दरअसल, जिला प्रशासन को जैसे ही मुख्यमंत्री योगी के स्वरूपरानी अस्पताल के निरीक्षण की जानकारी मिली, वह सक्रिय हो गए और उन्होंने मरीजों के वॉर्ड में किराए पर कूलर मंगवा कर सेट कर दिया। प्रशासन ने सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि सीएम के दौरे के बाद उन्होंने ये सभी कूलर वहां से हटवा भी दिए। वहीं, जब योगी अस्पताल पहुंचे तो जिला प्रशासन ने मीडिया को अंदर जाने से मना कर दिया।
इतना ही नहीं सीएम के दौरे की खबर के बाद रातो-रात अस्पताल की रौनक ही बदल गई और गंदगी कहीं दिखाई न दे, इसका विशेष ध्यान रखा गया। सीएम को किराए के कूलर की भनक न लगे इसके लिए प्रशासन ने कूलर पर लिखे टेंट हाउस के नाम को ढंक दिया था और टेंट हाउस के नाम पर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन का नाम चिपका दिया गया था।
इससे पहले जब सीएम योगी शहीद प्रेमसागर के परिवार से मिलने गए थे तब वहां अधिकारियों ने एसी और सोफा लगा दिया था। इस खबर के मीडिया में आने के बाद योगी सरकार ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कही थी। वहीं, 2 जून को सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि उनके भ्रमण, निरीक्षण अथवा अन्य कार्यक्रमों के दौरान कोई भी विशेष व्यवस्था न की जाए।