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बिहार टॉपर घोटाला: ईडी ने जब्त की मुख्य आरोपी बच्चा राय की 10 करोड़ की संपत्ति

बिहार के टॉपर घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशलय (ईडी) ने मुख्य आरोपी बच्चा राय की 10 करोड़ की संपत्ति...
बिहार टॉपर घोटाला: ईडी ने जब्त की मुख्य आरोपी बच्चा राय की 10 करोड़ की संपत्ति

बिहार के टॉपर घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशलय (ईडी) ने मुख्य आरोपी बच्चा राय की 10 करोड़ की संपत्ति को जब्त कर दिया है। राय की यह 10 करोड़ की संपत्ति 28 अलग-अलग स्रोतों से जब्त की गई है। इससे पहले इसी साल मार्च में ईडी ने 4.53 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी। ईडी द्वारा यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत की गई हैं।

टॉपर घोटाले की यह कहानी इंटरमीडिएट परीक्षा परिणामों से जुड़ी है। वैशाली जनपद के विशुन राय क़ॉलेज में सचिव सह प्रधानाचार्य बच्चा राय पर आरोप हैं कि उसने पैसे लेकर परीक्षा परिणामों में हेरफेर की थी। इस हेराफेरी में उसने बिहार स्कूल एजूकेशन बोर्ड में अपने प्रभाव और संपर्कों का इस्तेमाल किया। मामले में बच्चा राय की बेटी शालिनी राय को भी नाजमद आरोपी बनाया गया है। बच्चा राय की अंतरिम जमानत पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई थी जो अभी जेल में हैं।

31 मई 2016 को इस घोटाले का पर्दाफाश उस समय हुआ जब कला और मानविकी विषयों में बोर्ड की टॉपर रूबी राय, विज्ञान विषयों में टॉपर सौरभ श्रेष्ठा और इसी में तीसरे स्थान पर आने वाले राहुल कुमार टीवी चैनलों द्वारा पूछे गए एकदम सरल और मूलभूत सवालों का जवाब न दे पाए।
इसके ठीक बाद मामले की जांच के आदेश दिए गए और ईडी ने पिछले साल बिहार पुलिस द्वारा दर्ज एफआइआर पर मामले की जांच शुरू की।

प्रॉडिकल साइंस में खाना बनाया जाता है
रूबी ने इंटरव्यू में पॉलिटिकल सांइस यानी राजनीति विज्ञान को प्रॉडिकल साइंस बताते हुए कहा था कि इस विषय में खाना बनाना सिखाया जाता है।

15 लाख में टॉपर, 10 लाख में फर्जी सर्टिफिकेट
बीएसईबी के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर सिंह के निजी सहायक से हुई पूछताछ में खुलासा हुआ था कि गलत तरीकों से टॉपर घोषित करने के लिए 15 लाख रूपए लिए जाते थे। सिंह के पीए विकास चंद्रा ने यह भी बताया कि फेल हो चुके छात्रों को पास सर्टिफिकेट देने के लिए उनसे 10 लाख रूपए लिए जाते थे।
35 में से मिले 38 और 40 अंक
टॉपर घोटाले के अलावा बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा कराई गई परीक्षाओं में अंकों से जुड़ा एक और हेरफेर सामने आया था। इस मालमे में 12वीं कक्षा के कुछ छात्रों ने दावा किया था कि उन्हें कुल अंकों से भी अधिक नंबर हासिल हुए हैं। इसमें एक छात्र को गणित में 35 में से 37 अंक दिए गए। पूर्वी चंपारण जिले के रहने वाले संदीप राज को फीजिक्स (थिअरी) पेपर में कुल पूर्णांक 35 में से 38 नंबर मिले। वहीं दरभंगा के राहुल कुमार को मैथ के ऑब्जेक्टिव पेपर में कुल 35 नंबर में से 40 हासिल हुए थे।

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