झारखंड निकाय चुनाव की मतगणना जारी है। 16 अप्रैल को निकाय चुनावों के लिए वोट डाले गए थे। खबर लिखे जाने तक 34 में से 28 निकायों के परिणाम आ चुके थे। इनमें से मेयर और अध्यक्ष की 17 सीटें भाजपा और उसके सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के खाते में गई हैं। मुख्य विपक्षी दल झामुमो को तीन, कांग्रेस को चार, झाविमो और राजद को एक-एक सीट पर जीत मिली है। दो सीटों पर निर्दलीय विजयी रहे हैं।
खूंटी और पाकुड़ में भाजपा को बड़ी जीत मिली है। राजधानी रांची में मेयर और डिप्टी मेयर पद के उसके प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। लेकिन, प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के संसदीय क्षेत्र सिंहभूम में भाजपा को करारा झटका लगा है। यहां झामुमो को जीत मिली है। संताल परगना में भी भाजपा को मायूसी हाथ लगी है। दुमका में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है।
अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह चुनाव सेमीफाइनल मुकाबला माना जा रहा है। पहली बार दलगत आधार पर निकाय चुनाव होने के कारण इन नतीजों का राज्य की राजनीति पर व्यापक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। इन चुनावों में शुरुआत में भाजपा की स्थिति बहुत अच्छी नहीं मानी जा रही थी। केंद्र और राज्य के अलावा ज्यादातर निकायों पर भाजपा का कब्जा रहने के कारण उसे तीन तरह की एंटी इंक्बैंसी झेलनी पड़ रही थी। लेकिन, जानकारों के मुताबिक कांग्रेस, झामुमो और झाविमो के अलग-अलग चुनाव लड़ने का फायदा भाजपा को मिलता दिख्ा रहा है।