भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रविवार को उत्तर प्रदेश में विधायक-सांसदों और महापौरों को जमकर लताड़ लगाई। साथ ही नसीहत भी दी और नैतिकता की दुहाई देते हुए कहा कि अपने लिए नहीं, सवा सौ करोड़ देश वासियों के लिए जिएं। उन्होंने कहा कि ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए नहीं बल्कि कार्यकर्ता-पदाधिकारी संगठन के लिए लगें और मंत्री विधायक जनता की सेवा में लगें।
यह बातें उन्होंने मेरठ बाईपास स्थित ब्रावुरा होटल में आयोजित विधायक-सांसद और मंत्रियों की बैठक में कहीं। उन्होंने सवाल पूछा कि जिनका ट्रांसफर पोस्टिंग आप कराते हैं, क्या आपको चुनाव जितवाएंगे? हाथ उठाइए। उनके इस सवाल पर किसी ने हाथ नहीं उठाया। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से पूछा कि आपके क्षेत्र में सरकार योगी की है या आपकी। इस पर विधायकों ने कहा कि हम लोगों की नहीं है। इसके बाद उन्होंने कहा कि जिनके पास बहुत शिकायतें हैं, वह सबसे पहले शिकायत महानगर, जिला ईकाई, क्षेत्र में, प्रदेश संगठन में, मंत्री से या मुख्यमंत्री से करें।
इस दौरान उन्होंने जनप्रतिनिधियों को एक वाकया भी सुनाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में मुझे यूपी का एक पुलिस वाला मिला, मैंने उससे पूछा कि यहां कैसे? तो उसने बताया कि यूपी के माफिया दिल्ली आ गए हैं। उन्हीं की तलाश में यहां आए हैं। इससे साबित होता है कि यूपी में लॉ एंड आर्डर कितना मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि अपने लिए जीना छोड़ दीजिए, देश के लिए काम करिए। चाहे आप कार्यकर्ता, पदाधिकारी या जनप्रतिनिधि या मंत्री हों देश को आगे रखकर काम करिए। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने की सभी को सकंल्प दिलाया। इससे पूर्व प्रदेश कार्य समिति की बैठक के समापन में उन्होंने कहा कि ट्रांसफर पोस्टिंग का दंश मैंने भी झेला है, मेरे घर में भी दिक्कत होती थी। ध्यान रखिए अनुशासन बहुत बड़ी चीज है। यहां मैं राहुल गांधी की तरह टपका नहीं हूं। एक कार्यकर्ता से यहां तक पहुंचा हूं।