दरअसल, आरती शर्मा ने फेसबुक पर एक सामाजिक संगठन द्वारा यह पत्र अपलोड कराया है। आरती के पति मनोज शर्मा कुछ समय पहले रेडीमेड कपड़ों का काम करते थे, लेकिन जिस तरह से अचानक नोटबंदी का ऐलान हुआ उसके बाद उनका बिजनेस ठप्प पड़ गया। बिजनेस खत्म होने की वजह से परिवार पर लालन-पालन की समस्या खड़ी हो गई। आरती के मुताबिक, उनके तीन बेटी और एक बेटा पास में ही एक इंग्लिश मीडियम में सीबीएसई से पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन अचानक तीन महीने पहले फीस न भरने के कारण तीनों बेटी और एक बच्चे को स्कूल से बाहर का रास्ता दिखा दिया।
यह मामला आगरा के रोहता क्षेत्र का है, जहां कि रहने वाली आरती शर्मा ने सोशल मीडिया पर अपनी तीन बेटियों और एक बेटे को पढ़ाने के लिए अपनी किडनी बेचने की बात कही है। अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए उसने पीएम से लेकर सीएम तक से मदद की गुहार लगाई, लेकिन हर तरफ उसको मदद की बजाय सिर्फ आश्वासन मिला। हर तरफ से निराशा हाथ लगने के बाद मां ने बच्चों को पढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर सहारा लिया और उस पर एक पत्र डाल दिया, जिसमें लिखा है, ‘जिस किसी को किडनी की जरूरत पड़े वह मुझसे संपर्क कर सकता है’।
बच्चों को स्कूल से बाहर निकाले जाने पर आरती ने पहले स्थानीय अधिकारियों से मदद मांगी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद आरती ने इस सिलसिले में योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की। योगी आदित्यनाथ ने पूरी तरह से भरोसा दिलाया कि उसकी बेटियों को पढ़ाई के लिए पूरा खर्चा सरकार देगी, लेकिन सीएम के भरोसे पर अधिकारी खरे नहीं उतरे। अब अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए आरती अपनी किडनी बेचना चाहती हैं।