चंद्रशेखर राव कल रात अपने परिजनों और मंत्रिमंडल के कुछ सहयोगियों के साथ यहां विशेष विमान से आए थे। आज सुबह उन्होंने यहां पूजा अर्चना की।
इसके बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने मंदिर के कार्यकारी अधिकारी डी संबाशिवा राज को स्वर्ण गुलदस्ता शालीग्राम हारम और कई लडि़यों वाली स्वर्ण कण्ठी माखरा कंठभरणम दिए। मंदिर के सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि दान दिए गए लगभग 19 किलो स्वर्ण आभूषणों की कीमत पांच करोड़ रुपये है।
सूत्रों के मुताबिक देश की आजादी के बाद से 2,000 वर्ष पुराने और दुनिया के सबसे समृद्ध इस मंदिर में किसी राज्य सरकार द्वारा दिया गया यह पहला इतना बड़ा दान है।
हैदराबाद लौटने से पहले राव ने यहां के निकट तिरचानुर में श्री पद्मावती मंदिर में भी स्वर्ण दान किया।
मंदिर के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में राव ने कहा कि वह यहां उपासना करने आए थे और अपने प्रण को पूरा करने के लिए भगवान वेंकटेश्वर को यह चढ़ावा चढ़ाया है।
एजेंसी