मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने प्रदर्शनकारी किसान संगठनों को 'कुकुरमुत्ता' करार दिया है। कमल पटेल ने कहा, 'ये किसान संगठन 'कुकुरमुत्तों' की तरह उग आए हैं। ये किसान नहीं हैं, बल्कि व्हीलर डीलर (राजनीतिक और वाणिज्यिक गतिविधियों में संलग्न रहने वाले) और एंटी नेशनल हैं। कमल पटेल बीजेपी के किसानों से संवाद कार्यक्रम के तहत उज्जैन में एक प्रेस कांफ्रेंस में यह बातें कहीं। कृषि उत्पादक समूह बनाकर किसानों की आय बढ़ाएंगे। 766 कृषि उत्पादक समूह बनाए जाएंगे। समूह के किसानों को बैंक लोन देगी। तीन प्रतिशत लोन में ब्याज की भी छूट मिलेगी।
इन किसान संगठनों का राजनीतिक अस्तित्व खत्म हो जाएगा। वह बोले बाढ़ के समय पानी ज्यादा होने से जिस तरह सांप, बिच्छू, गोयरा, नेवला, कुकुरमुत्ता आदि बाहर आकर जान बचाने के लिए पेड़ पर चढ़ जाते हैं। उसी तरह मोदी जी की बाढ़ आई है, जिसमें सारा विपक्ष एकत्रित होकर बाहर आ गया है। मंत्री ने कहा कि कानून में किसानों को एमएसपी की चिंता करने की जरूरत नहीं। सरकार किसानों को एमएसपी नहीं एमआरपी की गारंटी देगी।
किसानों को एमएसपी नहीं एमआरपी की गारंटी दे रहे
मंत्री ने कहा कि कानून में किसानों को एमएसपी की चिंता करने की जरूरत नहीं। सरकार किसानों को एमएसपी नहीं एमआरपी की गारंटी देगी। किसान अब खेती भी करेगा। व्यापार भी करेगा। निर्यात भी करेगा, उद्योग भी लगाएगा और उद्योगपति बनेगा। अब तक शहर के मुट्ठी भर लोग उद्योगपति थे।
मप्र में किसान खुशहाल होंगे
कांग्रेस की सरकारों की गलत नीतियों के कारण किसान आत्महत्या करने को मजबूर थे, लेकिन अब खेती लाभ का व्यवसाय बनेगी। किसान का अनाज कौड़ी के भाव खरीदने को तैयार नहीं था। अब गांवों में उद्योग लगेंगे। आजादी के बाद पहली बार खेती के आधारभूत ढांचे में बदलाव के लिए केंद्र सरकार ने एक लाख करोड़ रुपए दिए हैं। कृषि उत्पादक समूह बनाकर किसानों की आय बढ़ाएंगे। 766 एफपीओ बनाए जाएंगे। समूह के किसानों को बैंक लोन देगी। तीन प्रतिशत लोन में ब्याज की भी छूट मिलेगी।