दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र की तारीखों को अंतिम रूप देने के लिए हुई कैबिनेट की बैठक में भाग लिया। पिछले सप्ताह उन पर आप विधायकों द्वारा कथित रूप से हमला किए जाने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ यह उनकी पहली सरकारी बैठक थी। कैबिनेट ने फैसला किया है कि दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से 28 मार्च तक चलेगा.
मीटिंग से पहले मुख्य सचिव ने केजरीवाल को लिखे पत्र में कहा, ‘मुख्यमंत्री अफसरों की सुरक्षा का भरोसा दें तो हम आने के लिए तैयार हैं।‘ उन्होंने कहा, 'दिल्ली के अफसर और कर्मचारी पूरी निष्ठा से सरकार का काम करना चाहते हैं ताकि सरकार की सामान्य कार्यवाही प्रभावित न हो। बजट से जुड़ी अहम बैठक में हम शामिल होना चाहते हैं, लेकिन पहले अफसरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। बैठक के दौरान अफसरों पर किसी तरह का शारीरिक और मौखिक हमला नहीं हो। साथ ही अफसरों की गरिमा बरकरार रहे।'
वैसे अधिकारी अब भी इस बात पर अड़े हैं कि वे सामन्य बैठकों में नहीं जाएंगे। इससे पहले आईएएस ज्वाइंट फोरम ने सोमवार को काली पट्टी बांध कर चीफ सेक्रेटरी के साथ मारपीट का विरोध जताया। फोरम की मेंबर पूजा जोशी ने कहा, ‘हम यही चाहते हैं कि सीएम इस मामले पर लिखित माफी मांगे, लेकिन सीएम और डिप्टी सीएम इनकार कर रहे हैं। इससे यह साफ होता है कि वे भी इस साजिश का हिस्सा हैं।'