मणिपुर में पिछले कई महीने से हिंसा का दौर जारी है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मणिपुर के लिए निकल चुकी हैं। उन्होंने सीएम एन बिरेन सिंह से मिलने का समय मांगा है। इससे पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि मणिपुर सरकार ने यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं से मिलने के लिये राज्य की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी थी।
स्वाति मालीवाल ने मणिपुर सरकार से वहां आने के लिए अनुमति मांगी थी। इस पर राज्य सरकार ने उन्हें अनुमति देने से इनकार कर दिया। हालांकि, स्वाति मालीवाल मणिपुर के लिए निकल चुकी हैं। उन्होंने सीएम एन बिरेन सिंह से मिलने का समय मांगा है।
मालीवाल ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और राज्य पुलिस को टैग करते हुए एक ट्वीट में कहा, ‘मुझसे यह कहने के बाद कि मैं मणिपुर आ सकती हूं, सरकार ने अपना निर्णय वापस ले लिया और अचानक मुझे वहां आने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। यह चौंकाने वाला और बेतुका है। मैं यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं से क्यों नहीं मिल सकती? मैंने उनसे बात करने के बाद पहले ही अपने टिकट बुक कर लिए हैं। मुझे रोकने की कोशिश क्यों की जा रही है?’
Manipur Govt recommended I consider postponing my visit due to law and order situation. After deliberation on their suggestion, have decided to fly to Imphal as planned. Sought time from Manipur CM. Will meet him & request him to come along to visit the sexual assault survivors. pic.twitter.com/Z8qycrnNQR
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) July 23, 2023
इससे पहले डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कहा उन्होंने मणिपुर सरकार को पत्र लिखा है कि वह राज्य का दौरा करना चाहती है और यौन उत्पीड़न के पीड़ितों से मिलना चाहती हैं। इसके जवाब में मणिपुर सरकार से उन्हें एक पत्र मिला है, जिसमें राज्य सरकार द्वारा उन्हें अपनी यात्रा स्थगित करने का सुझाव दिया गया है, क्योंकि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं है।
स्वाति मालीवाल ने कहा, 'अगर इन राज्यों से ऐसे मामले आएंगे तो मैं राजस्थान और पश्चिम बंगाल का भी दौरा करूंगी। मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में और यह सुनिश्चित करने के लिए मणिपुर का दौरा कर रही हूं कि वहां के लोगों को मदद मिले। मैं मणिपुर सरकार को आश्वस्त करती हूं कि मैं वहां कोई समस्या पैदा करने नहीं जा रहा हूं।'
मालीवाल ने गुरूवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी पत्र लिखकर इस मामले में कदम उठाने का आग्रह किया था। मणिपुर के डीजीपी को लिखे पत्र में उन्होंने कहा था कि वह वहां की स्थिति का आकलन करने और तथ्यान्वेषी रिपोर्ट सौंपने के लिए 23 जुलाई को राज्य का दौरा करने की योजना बना रही हैं।
वहीं, मणिपुर सरकार ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने का आग्रह किया है। सरकार ने कहा कि लोगों को वायरल वीडियो के बारे में सूचित करने के लिए एक 'अफवाह-मुक्त' हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है।