मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने आरोप लगाया है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार के भाषण को आकाशवाणी और दूरदर्शन ने टेलीकास्ट करने से इनकार कर दिया। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इस पर सीपीआइ (एम) ने भाषण प्रसारित नहीं करने का निर्णय लेने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पार्टी के मुताबिक, स्वतत्रंता दिवस के मौके पर सीएम माणिक सरकार का भाषण दूरदर्शन और आकाशवाणी ने रिकॉर्ड किया। लेकिन बाद में मुख्यमंत्री को बताया गया कि उनका भाषण बिना बदलाव के प्रसारित नहीं किया जा सकता।
सीपीआई(एम) ने उठाए सवाल
इस घटना के बाद इस पर सियासत भी तेज हो गई है। इस पर पार्टी ने ट्वीट कर कहा है, “क्या यही वो सहकारी संघवाद है जिसकी बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करते हैं।”
Doordarshan Refuses to Broadcast Tripura CM Manik Sarkar's Speech. Is this the Cooperative Federalism that PM Modi Talks About? Shame! pic.twitter.com/euuhRd18zc
— CPI (M) (@cpimspeak) 15 August 2017
येचुरी ने बताया अलोकतांत्रिक और गैरकानूनी
सीताराम येचुरी ने कहा कि त्रिपुरा के मुख्यमंत्री का भाषण ब्रॉडकास्ट न करना अलोकतांत्रिक और गैरकानूनी है। दूरदर्शन भ्ााजपा और आरएसएस की संपत्ति नहीं है।
येचुरी का कहना है, 'अगर ये तानाशाही और अघोषित इमरजेंसी नहीं है, तो क्या है? CPM, त्रिपुरा के लोग और सभी देशवासी इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे। प्रमुख राजनीतिक दल अपने संकीर्ण राजनीतिक हितों के लिए जनता को गुमराह कर रहे हैं, खासतौर पर युवाओं को। धर्म और अन्य मुद्दों के नाम पर लोगों के बीच दीवारें खड़ी की जा रही हैं।”
Doordarshan is not the private property of the BJP or the RSS. Its refusal to broadcast Tripura CM's speech is undemocratic and illegal. https://t.co/mGnbn4gMOP
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) 15 August 2017