मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नए साल से शुरू हुए इस प्रयोग को पहले दिन कामयाब बताया है। दिल्ली के लोगों ने बढ़-चढ़कर नियम का पालन किया और सड़कों पर वाहनों की भीड़ कम दिखाई दी। लेकिन योजना की असली परीक्षा सोमवार से शुरू होगी जब सभी लोग छुट्टियों के बाद काम पर लौटेंगे।
आज एक तारीख है इसलिए सिर्फ विषम रजिस्ट्रेशन नंबर (1,3,5 आदि) की गाड़ियां ही दिल्ली की सड़कों पर उतर सकेंगी। सम संख्या वाले वाहन कल चल सकेंगे। यह पाबंदी सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक लागू है जिसमें महिला ड्राइवरों, वीआईपी गाड़ियों और सीएनजी वाहनों को छूट दी गई है। फिलहाल यह योजना 15 दिन के लिए चलाई गई है जिसके बाद इसकी समीक्षा की जाएगी। वैसे आज पहले दिन ही दिल्ली की जनता ने योजना को कामयाब बनाने के संकेत दे दिए। हालांकि, रोज सफर करने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
पाबंदी के बावजूद आज दिल्ली की सड़कों पर सम संख्या वाले वाहन भी नजर आए। आईटीओ पर सम नंबर की कार लेकर आए एक चालक पर दिल्ली पुलिस ने दो हजार रुपए का जुर्माना लगाया। भाजपा सांसद और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर सत्यपाल सिंह को भी इंडिया गेट के पास नियम तोड़ते हुए देखा गया। वह ईवन नंबर की कार से जा रहे थे। नियम का पालन नहीं करने वाले लोगों को सिविल डिफेंस के वॉलंटियर ने गुलाब देकर गांधीगिरी से समझाने का प्रयास किया। परिवहन मंत्री गोपाल राय ने भरोसा जताया कि जनता इस मुहिम को कामयाब बनाने में पूरा सहयोग करेगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से कार पूलिंग करने और सम-विषम योजना को कामयाब बनाने की अपील की है। वह खुद भी अपने मंत्रियों के साथ कार-पूलिंग करेंगे। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने साइकिल से दफ्तर पहुंचने का ऐलान किया है। दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा आज मोटर साइकिल से दफ्तर पहुंचे।
सम-विषम योजना के मद्देनजर दिल्ली सरकार और पुलिस ने व्यापक इंतजाम किए हैं। हालांकि, नियम का पालन नहीं करने पर 2 हजार रुपये के जुर्माने का प्रावधान है लेकिन नए साल के दिन सख्ती के बजाय गांधीगिरी का सहारा लिया जा रहा है।
दिल्ली वालों ने असंभव को संभव कर दिखाया: केजरीवाल
सम-विषम योजना को नतीजों से उत्साहित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की जनता ने दिल से इस योजना को अपना लिया है। आज सम-विषम फार्मूला काफी कामयाब हो रहा है। दिल्ली वाले ने ऐसा काम करके दिखा दिया जो नामुमकिन-सा लगता था। इस कामयाबी को देखते हुए उन्हें उम्मीद है कि दिल्ली के लोग और भी बड़ी-बड़ी चीजें करके दिखाएंगे।
सम-विषम योजना के लिए इंतजाम
- स्कूलों में लगीं डीटीसी की 1000 बसें 15 दिन तक सार्वजनिक परिवहन के तौर पर पर चलेंगी।
- इसके अलावा ऑटो टैक्सी को मोबाइल फोन से घर बुलाने के लिए ‘पूछ-ओ’ ऐप की सुविधा भी मुहैया कराई गई है।
- दिल्ली मेट्रो के 365 फेरे प्रतिदिन बढ़ जाएंगे।
- डीटीसी 3 हजार अतिरिक्त बसें उतारेगी। इन बसों में 50 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी।
- ट्रैफिक पुलिस की 200 टीमें, ट्रांसपोर्ट की 66 टीमें, एसडीएम की 40 टीमें, सिविल डिफेंस की 200 टीमें
- डीटीसी की 3000 अतिरिक्त बसें, धीरे-धीरे इनकी संख्या भी बढ़ाई जाएगी।