प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम से मंगलवार की सुबह झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग के प्रभारी अभियंता प्रमुख वीरेंद्र राम के अनेक ठिकानों पर रेड किया। रिपोर्ट के अनुसार ईडी ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में देश में दो दर्जन ठिकानों पर रेड किया है। जानकारी के अनुसार ईडी की टीम वीरेंद्र राम के रांची, जमशेदपुर, दिल्ली, बिहार की राजधानी पटना, सिवान सहित विभिन्न ठिकानों पर रेड कर जांच कर रही है। झारखंड की राजधानी रांची के अशोक नगर अस्थित उनके आवास पर छापा पड़ा है। आधिकारिक तौर पर बरामदगी को लेकर कोई सूचना जारी नहीं की गई है। सरकार में नेताओं और अफसरों से इनके बेहतर संबंध रहे हैं। सूत्रों के अनुसार ईडी को इनकी अवैध संपत्ति के बारे में काफी जानकारी और दस्तावेज मिले हैं। बताया गया कि जमशेदपुर के शिवगंगा अपार्टमेंट और मानगो के वसुंधरा में इनका फ्लैट है।
जमशेदपुर के ही ग्रीन वाटिका में दो डुपलेक्स की सूचना है। रांची, पटना और सिवान में भी संपत्ति की जानकारी ईडी को लगी है। वैसे वीरेंद्र राम लंबे समय से ईडी की रडार पर थे। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान जमशेदपुर के मानगो स्थित इनके ठिकाने से रेड डालकर निगरानी ब्यूरो ने 2.45 करोड़ बरामद किये थे। अभी इस मामले की जांच चल ही रही है। उस समय उनकी पत्नी विधानसभा का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं। वीरेंद्र राम जल संसाधन विभाग के इंजीनियर हैं राज्य सरकार ने उन्हें ग्रामीण विकास विभाग के विशेष प्रमंडल में प्रतिनियुक्त कर दिया गया। पिछले साल के प्रारंभ में ग्रामीण कार्य की भी जिम्मेदारी सौंपते हुए अभियंता प्रमुख का प्रभार दे दिया।
दो हजार करोड़ के स्वामी, मंत्री ने सुरक्षा गार्ड के लिए की थी सिफारिश
ईडी और केंद्रीय एजेंसियों की रेड की ब्रेकिंग को लेकर चर्चा में रहने वाले भाजपा के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने टि्वट किया है कि ''झारखंड को झामुमो ने लुटेरों का स्वर्ग बना दिया है। यह छापा पूजा सिंघल को छोटा साबित करेगा। इस मामूली इंजीनियर वीरेंद्र राम के 500 करोड़ के निवेश के कागजात मिले हैं। झारखंड सरकार के नेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों को दिये पैसे अलग, कुल मिलाकर यह 2000 करोड़ के लेनदेन का स्वामी है।'' दुबे ने अखिलेश सिंह के पोस्ट को भी रि टि्वट किया है। जिसमें है कि अरबों के मालिक दागी वीरेंद्र राम को मुफ्त में सुरक्षा देने के लिए ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम में 2001 में ही पुलिस महानिदेशक से सिफारिश की थी। इधर पूर्व मंत्री व निर्दलीय विधायक सरयू राय ने टि्वट किया कि ''देश के 24 स्थानों पर ईडी का छापा चल रहा है। झारखंड के एक मुख्य अभियंता की कारगुजारियों (जिनके मानगो, जमशेदपुर के बंद घर से चार वर्ष पहले करोड़ों बरामद हुए थे और जिनकी पत्नी शासन से 2019 विधानसभा चुनाव में टिकट के आश्वासन पर भाजपा में सक्रिय हुई थीं) छापा के केंद्र में हैं।''
बताते हैं कि सत्ता के रसूक के कारण कनीय होते हुए भी वरीय पद की जिम्मेदारी मिलने के कारण उनके अधीनस्थ नाराज चल रहे थे। उनकी अवैध संपत्ति आदि को लेकर उन्हें पद से हाटाने के लिए हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका भी दायर है।