कोयला घोटाला से जुड़े मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ) ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को समन भेजा है। इस मामले में अभिषेक बनर्जी समेत 5 लोगों से पूछताछ होगी। तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को ईडी ने 3 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है।
जानकारी के मुताबिक ईडी ने अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी को 1 सितंबर के दिन पेश होने के लिए कहा है। इसके साथ ही दोनों को बैंक खातों की जानकारी मुहैया कराने को भी कहा है। अधिकारियों ने बताया कि मामले से जुड़े कुछ अन्य लोगों को भी अगले महीने अलग-अलग तारीखों पर पेश होने के लिए समन जारी किया गया है।
बता दें कि ईडी ने सीबीआई की साल 2020 की एक प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद धनशोधन की आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था, जिसके आधार पर समन भेजा है।
अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजिरा पर आरोप है कि दोनों ने अपनी कंपनियों के खाते में ऐसे लोगों से पैसे ट्रांसफर कराए हैं, जिनका संबध कोयला घोटाले से हैं। अभिषेक के पिता अमित बनर्जी भी उनमें से एक कंपनी के निदेशक हैं। आरोप ये भी है कि पैसे लेने के आधार के लिए इन कंपनियों से फर्जी एग्रीमेंट का सहारा लिया गया था।
जानें क्या है यह मामला
पिछले साल 27 नवंबर को सीबीआई की कोलकाता एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) ने पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के लीजहोल्ड एरिया से कोयले के अवैध खनन और उठाव के संबंध में भ्रष्टाचार और आपराधिक विश्वासघात का मामला दर्ज किया था। ईसीएल सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो पश्चिम बंगाल और झारखंड में कोयला खनन करती है।
यह मामला पिछले साल मई-अगस्त से जुड़ा है, जब सतर्कता विभाग और ईसीएल टास्क फोर्स ने निरीक्षण के दौरान पाया था कि ईसीएल के पट्टे क्षेत्र में व्यापक रूप से अवैध कोयला खनन और उसकी ढुलाई हो रही है। टीम ने तब पाया था कि अवैध कोयला खनन में कई मशीनें लगी हैं और ढुलाई के लिए भी वहां बड़ी संख्या में गाड़ियां खड़ी हैं। टीम ने तब बड़े पैमाने पर कोयले की जब्ती की थी। उस इलाके में कई अवैध भार मापक मशीनें भी लगी हुई थीं। इससे साफ पता चल रहा था कि अवैध खनन और कोयले ढुलाई का काम संगठित तौर पर संचालित हो रहा है।