जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने 'लोक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) को कश्मीर में हर समस्या की जड़ बताया है। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन के प्रति एक जुटता व्यक्त करना अपराध नहीं है।
उन्होंने रविवार को आरोप लगाया कि घाटी में एक भित्तिचित्र कलाकार सहित फिलिस्तीन के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने वाले लोगों पर मामला दर्ज किया जा रहा है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इसराइल द्वारा फ़िलिस्तीन पर किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ पूरी दुनिया में लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन कश्मीर में यह एक आपराधिक मामला है। इस सिलसिले में भित्तिचित्र कलाकार पर मामला दर्ज किया गया तथा फिलिस्तीन प्रति एकजुटता व्यक्त करने को लेकर एक धर्मगुरु को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा, “पीएसए सभी समस्या की जड़ है। ताजा उदाहरण अशरफ सेहराई के बेटे हैं, जिसने अपर्याप्त चिकित्सीय देखभाल के कारण अपने पिता को हिरासत में खो दिया और पीएसए के तहत उसे गिरफ्तार कर लिया गया।”
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद यानी 5 अगस्त को महबूबा मुफ्ती समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया गया था। एक बॉन्ड पर सिग्नेचर कराकर कई नेताओं को रिहा भी किया जा चुका है। यह बॉन्ड अनुच्छेद 370 के खिलाफ प्रदर्शन न करने की गारंटी थी।