झारखंड गुमला और साहिबगंज में दो नाबालिगों से सामूहिक दुष्कर्म की शर्मशार कर देने वाली घटना सामने आई है। दोनों घटनाओं को पांच-पांच लोगों ने अंजाम दिया था। साहिबगंज की घटना में तो दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई मीडिया में मामला आने के बाद शव को जमीन से निकालकर पोस्टमार्टम किया गया।
झारखंड में अपराध और दुष्कर्म की लोमहर्षक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसी सप्ताह रांची हाई कोर्ट ने गिरिडीह में 15 साल की बच्ची को जिंदा जला देने की घटना पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि हाथरस जैसी घटनाएं सिर्फ उत्तर प्रदेश नहीं बल्कि झारखंड में भी हो रही हैं। पुलिस महानिदेशक को एसआइटी गठित कर मामले की जांच कराने का आदेश दिया था। डेढ़ माह पूर्व भी गुमला के ही बिशुनपुर में पांच वर्ष की बच्ची से पांच लोगों ने दुष्कर्म किया था मगर अभी तक सभी आरोपी फरार हैं।
गुमला जिला के चैनपुर के हराडीपा गांव के मामले में शनिवार की देर रात पांचवीं कक्षा की 14 वर्षीय छात्रा को पांच युवक घर से अगवा कर जंगल में लेजाकर सामूहिक दुष्कर्म किया और वहीं छोड़ दिया। रविवार को भटकते हुए वह घर पहुंची और अपनी मां को घटना की जानकारी दी। मां-और घर वालों ने पंचायती के लिए पहल की और सोमवार को पंचायत बैठी। मामला दबाने और प्राथमिकी दर्ज न कराने का भी दबाव डाला गया। दुष्कर्म को अंजाम देने वालों में तीन नाबालिग हैं। एक आरोपी पहले भी जेल की सजा काट चुका है। उसने पंचायत की बैठक के बाद एक अन्य नाबालिग आरोपी के साथ पीड़िता के घर पहुंचा-धमकाया और विरोध करने पर मां व भाई की पिटाई भी की। तब गांव वाले गोलबंद हो गए। और उन पर धारदार हथियार से हाथ व पांव पर हमला किया। गंभीर रूप से घायल का गुमला अस्पताल में इलाज चल रहा है। अस्पताल में मामला जाने के बाद पुलिस को जानकारी मिली। सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिये गये हैं। बच्ची का मेडिकल कराया जा रहा है। दोनों पक्ष आदिवासी अलग-अलग आदिवासी समुदाय से हैं। घटना के बाद गांव में तनाव है। पुलिस कैंप कर रही है।
दूसरी घटना साहिबगंज साहिबगंज के रांगा इलाके की है। यहां शुक्रवार को मेला देखने गई नाबालिग के साथ पांच लड़कों ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी। और शव को बोरे में बंद कर फेंक दिया। लाश मिलने के बाद परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इस मामले में भी पंचायत हुई और पंचायत ने प्राथमिकी से परहेज करने व शव को दफनाने की सलाह दी थी। इस घटना में भी तीन आरोपी नाबालिग हैं। मेला देखने गई नाबालिग की परिचित से कुछ खबरें लीक हुईं। मीडिया में खबर आने के बाद साहिबगंज एसपी ने घटना का संज्ञान लिया और मंगलवार को कब्र से लड़की का शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साहिबगंज की घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्वीट कर कहा है कि झारखंड में बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेनजी के विधानसभा क्षेत्र में हुई घटना की लीपापोती का प्रयास चल रहा है। इसी कारण अपराधियों का मनोबल बढ़ रहा है। राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा है कि इन आदिवासी बच्चियों का दुख बांटने कब आ रहे हैं आप।