कहा जाता है कि महाभारत काल में इंद्रप्रस्थ यानी दिल्ली से सटे इस शहर का नाम गुरु ग्राम ही था। मंगलवार को हरियाणा सरकार ने नाम बदलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि शहर के लोग लंबे समय से नाम बदलने की मांग कर रहे थे इसलिए सरकार ने यह फैसला लिया है। गुड़गांव के साथ ही मेवात जिले का नाम भी सरकार ने बदल दिया है। मेवात जिले का नया नाम अब नूंह होगा जो कि मेवात का जिला मुख्यालय है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने गुड़गांव का नाम बदलने का तो स्वागत किया है मगर मेवात का नाम बदलने का विरोध किया है। हुड्डा ने कहा कि गुड़गांव का नाम गुरु ग्राम ही है इसलिए अगर सरकार ने यह फैसला किया है तो वह इसका स्वागत करते हैं मगर मेवात स्वाधीनता संग्राम के समय से प्रसिद्ध नाम है और इसे नहीं बदला जाना चाहिए।
पौराणिक कथाओं के अनुसार गुड़गांव महाभारत काल में कौरवों और पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य की संपत्ति था। युधिष्ठिर ने यह गांव गुरु द्रोण को दान में दिया था और इसलिए इसका नाम तब गुरु ग्राम पड़ा था। काल क्रम में इसका उच्चारण बदलते बदलते गुड़गांव हो गया।