राजस्थान में मंत्री पद से बर्खास्त किए गए विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने सोमवार को कहा कि उन्होंने माफी मांगने के बजाय संघर्ष करने का फैसला किया है। साथ ही गुढ़ा ने कहा कि वह कथित ‘लाल डायरी’ के बारे में आज विधानसभा में खुलासा करेंगे।
गुढ़ा ने सोमवार को विधानसभा की कार्रवाई शुरू होने से पहले संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने माफी मांगने के बजाय संघर्ष करने का रास्ता चुना है। मुझे किस बात के लिए माफी मांगनी चाहिए? मैंने महिला सुरक्षा के लिए आवाज उठाई है।’’
उन्होंने कहा, मैंने माफी मांगने का निर्णय नहीं लिया। मैंने संघर्ष करने का निर्णय लिया है। मैंने कोई ग़लती नहीं की है। राजस्थान महिला के प्रति अत्याचार में नंबर 1 पर आ गया है। मुझ पर झूठे मुकदमें लगाए गए हैं।
गुढ़ा ने शुक्रवार को विधानसभा में महिला अत्याचार के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को घेरा तो उसी रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया। गुढ़ा के पास सैनिक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), होम गार्ड एवं नागरिक सुरक्षा (स्वतंत्र प्रभार), पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग था।