त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति ढहा दी गई, वहीं तमिलनाडु में पेरियार की मूर्ति गिरा दी गई।
इस घटना के बाद अब राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। जहां लेफ्ट सहित द्रमुक और अन्नाद्रमुक नेताओं ने इसे बीजेपी की नफरत को बढ़ावा देने वाली राजनीति करार दिया वहीं पर अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट पर लिखा- सारी मूर्तियों को हटा दो, कोई विरोध नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि पेरियार की मूर्ति की रक्षा के लिए पुलिस लगाने की जरूरत नहीं है। हम खुद मूर्ति की सुरक्षा कर लेंगे।
हासन ने आरोप लगाया कि यह सब कावेरी मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है।
There is no need to deploy police for protection of #PeriyarStatue. We Tamilians will protect it.I feel that this issue is just to divert attention from Cauvery issue (formation of Cauvery management board): Kamal Hassan pic.twitter.com/88aZ7gHqcL
— ANI (@ANI) March 7, 2018
यह घटना तमिलनाडु के वेल्लूर जिले में हुई। यहां समाज सुधार और द्रविड़ आंदोलन की नींव डालने वाले पेरियार की प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी गई। मूर्ति के सिर वाले हिस्से में चोट पहुंचाई गई। सूचना पर पुलिस ने दो लोगों को मौके से गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक दो नशेड़ियों ने मूर्ति तोड़ने की कोसिश की। इसमें एक बीजेपी तो दूसरे के माकपा कार्यकर्ता होने की बात सामने आ रही है। हालांकि अभी दोनों आरोपियों के किसी दल से जुड़े होने की पूरी तरह पुष्टि नहीं हुई है।
इस घटना को लेकर इसलिए बीजेपी घिरती दिखाई दे रही है, क्योंकि तमिलनाडु के बीजेपी नेता एच राजा ने अपने ऑफिशियल फेसबुक अकाउंट पर विवादित टिप्पणी करते हुए लेनिन के बाद पेरियार की मूर्ति ढहाने की बात कही थी। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा था- ‘लेनिन कौन है? भारत से उनका क्या रिश्ता है? वामपंथियों का भारत से क्या रिश्ता है? त्रिपुरा में लेनिन की प्रतिमा को ध्वस्त कर दिया गया है। आज लेनिन की प्रतिमा, कल तमिलनाडु के ईवीआर रामास्वामी की प्रतिमा को ध्वस्त कर दिया जाएगा।’ बता दें कि ईवीआर रामास्वामी को ही पेरियार के नाम से जाना जाता है।