प्रदेश के सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री लालसिंह आर्य ने कहा है कि कलेक्टरों को इस तरह के कमेंट नहीं करने चाहिए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रमुख सचिव एसके मिश्रा ने कहा है कि मामला मुख्य सचिव तक पहुंच चुका है। पोस्ट की जांच की जाएगी। अगर पोस्ट के कंटेंट को सिविल सेवा आचरण संहिता के खिलाफ पाया गया तो अफसर से जवाब तलब किया जाएगा।
नरसिंहपुर जिला कलेक्टर सीबी चक्रवर्ती ने ट्विटर पर तमिलनाडु में जयललिता (अम्मा) की जीत को ऐतिहासिक बताया। मामले को तूल पकड़ता देख चक्रवर्ती ने बाद में इसे ट्विटर से हटा लिया।
दूसरा मामला बड़वानी कलेक्टर अजय गंगवार का है। जनाब ने फेसबुक में गांधी-नेहरु परिवार की जमकर वकालत कर डाली। गंगवार ने नेहरू की तारीफ करते हुए पोस्ट किया कि, नेहरू की एक गलती बताओ। उन्होंने लिखा, “जरा गलतियां बता दीजिये जो नेहरू को नहीं करनी चाहिए थीं, तो अच्छा होता। यदि उन्होंने आप को 1947 में हिन्दू तालिबानी राष्ट्र बनने से रोका तो यह उनकी गलती थी। उन्होंनेे आईआईटी, इसरो, बार्क, आईआईएम, भेल, थर्मल प्लांट लायाा यह उनकी गलती थी।” अजय गंगवार ने अपनी पोस्ट में बाबा रामदेव पर भी निशाना साधा। उन्होंने लिखा, ‘आशाराम और रामदेव जैसे बौद़धिक की जगह साराभाई, होमी जहांगीर को सम्म्मान और काम करने का मौका दिया, यह उनकी गलती थी। उन्होंने देश में गोशाला और मंदिर की जगह यूनिवर्सिटी खोली, यह भी घोर गलती थी। उन्होंने आप को अंधविश्वासी की जगह एक वैज्ञानिक रास्ता दिखाया यह भी गलती थी। इन सब गलतियों के लिए गांधी परिवार को देश से माफी तो बनती है।’कलेक्टर गंगवार को भी इस पोस्ट के बाद तीखे जवाब मिल रहे हैं। दोनों कलेक्टरों के सोशल मीडिया पर इस तरह के पोस्ट को सिविल सेवा आचरण नियम के खिलाफ समझा जा रहा है।