माइनिंग लीज के मसले पर सुलगी हुई झारखंड की राजनीति और इस मसले पर भाजपा और केंद्र पर झामुमो के आरोप-प्रत्यारोप के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की खनन सचिव पूजा सिंघल सहित हेमन्त के कई करीबी लोगों के यहां रेड ने माहौल को और गरम कर दिया है। ईडी ने रांची, खूंटी, गुरूग्राम, जयपुर, फरीदाबाद, बिहार के मुजफ्फरपुर और कोलकाता सहित देश के लगभग 20 ठिकानों पर छापेमारी की है।
सूत्रों के अनुसार, रेड में ईडी ने अवैध निवेश, संपत्ति और माइनिंग लीज से जुड़े दस्तावेज बरामद किया है मगर औपचारिक तौर पर कोई अधिकारी अभी नहीं बोल रहा है। इसमें पूजा सिंघल के सरकारी आवास, उनके पति अभिषेक झा के आवास और उनके पल्स अस्पताल पर भी रेड किया है। यह अस्पताल रांची की गिनती रांची के आधुनिकतम अस्पताल में होती है।
सूत्रों के अनुसार, आय से अधिक संपत्ति और अवैध तरीके से माइनिंग धंधे को लेकर यह रेड किया गया है। इसमें हेमन्त सोरेन के कुछ करीबी कारोबारी के यहां भी छापेमारी हुई है। कुछ और वरिष्ठ अधिकारी ईडी के निशाने पर हैं। वैसे खूंटी में 18 करोड़ रुपये के मनरेगा घोटाले और पलामू डीसी रहने के दौरान 83 एकड़ जंगल की जमीन एक कंपनी को खनन के लिए देने के मामले में भी पूजा सिंघल के खिलाफ हाई कोर्ट के आदेश पर प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रहा है। उस समय पूजा सिंघल खूंटी की डीसी थीं। भारतीय प्रशासनिक सेवा की झारखंड कैडर की अधिकारी पूजा सिंघल खान और उद्योग विभाग के सचिव के पद पर तैनात हैं। इन्हें हेमन्त के भरोसेमंद अधिकारी के रूप में देखा जाता है। हालांकि भाजपा के रघुवर दास के शासन में भी इनकी मजबूत पैठ थी। जब मीडिया वालों को रेड की ठीक से खबर भी नहीं लगी थी गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सुबह करीब पौने आठ बजे ट्वीट कर इसकी सूचना सार्वजनिक की। अपने ट्वीट में लिखा ''झारखंड सरकार यानी मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जी के नाक की बाल पूजा सिंघल जी जिन्होंने मुख्यमंत्री, भाई, गुर्गों व दललों को कौड़ी के भाव खान आवंटित किया आखिर उनके यहां ईडी का छापा, 20 जगह पर चल रहा है, यह छापा रांची, दिल्ली, मुंबई में जारी है।''
अपने नाम माइनिंग लीज लेने को लेकर चुनाव आयोग ने जन प्रतिनिधित्व कानून की धारा 9 ए के तहत हेमन्त मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को नोटिस जारी कर 10 मई तक जवाब मांगा है वहीं हेमन्त सोरेन के विधायक भाई बसंत सोरेन को भी नोटिस जारी कर आयोग ने इसी धारा के तहत 12 मई तक जवाब मांगा है। इसे लेकर राजनीति गरमाई हुई है। अपनी बीमार मां की चिकित्सा के सिलसिले में हेमन्त सोरेन हैदराबाद गये हुए थे, उसी दौरान दिल्ली में आयोग के नोटिस के मद्देनजर विधि विशेषज्ञों से रायशुमारी की है। गुरूवार शाम हेमन्त सोरेन हैदराबाद से अचानक रांची लौटे।
गौर करने की बात यह है कि मुख्यमंत्री कारकेड को दरकिनार कर प्राइवेट गाड़ी से एयरपोर्ट से अपने आवास गये। ईडी के अफसरों की टीम भी गुरूवार की शाम रांची पहुंची हुई थी। जानकार ईडी की टीम के आगमन और मुख्यमंत्री के निजी गाड़ी से आने को जोड़कर देख रहे हैं। इधर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की माइनिंग लीज को लेकर हाई कोर्ट में आज शुक्रवार को सुनवाई होनी थी। मुख्य सचिव डॉ रविरंजन और न्यायमूर्ति एसएन प्रसाद की पीठ में सुनवाई के लिए मामला सूचीबद्ध था। मगर सुनवाई नहीं हो सकी। हालांकि हेमन्त सोरेन की ओर से इस मामले में जवाब दाखिल किया गया है।
इस संबंध में शिव शंकर शर्मा ने जनहित याचिका दायर कर अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर हेमन्त सोरेन द्वारा माइनिंग लीज लेने का आरोप लगाया है। इधर हेमन्त सोरेन के मामले में चुनाव आयोग की सुनवाई के पहले झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी के दलबदल से जुड़े मामले की सुनवाई के लिए अलग-अलग वाद में छह और नौ मई की तारीख मुकर्रर कर दी है। जानने वाले इसे ताजा राजनीतिक घटनाक्रम से जोड़कर देख रहे हैं। दलबदल मामले में बाबूलाल मरांडी की विधानसभा की सदस्यता जा सकती है। यह मामला भी विधानसभा अध्यक्ष की अदालत में लंबे समय से लटका हुआ है।