कांग्रेस के मुख्य सचेतक और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान को मानहानि नोटिस भेजा है। अपने कानूनी नोटिस में सिंधिया ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ नंद कुमार सिंह चौहान ने दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाया, जिसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रसारित किया।
दरअसल, सिंधिया ने नंद कुमार सिंह चौहान को यह नोटिस उनके द्वारा दलितों का अपमान किए जाने के सन्दर्भ में दिया है। अपने कानूनी नोटिस में कांग्रेस सांसद ने कहा की उनके खिलाफ दुष्प्रचार करने का अभियान पूरी तरह नंदकुमार सिंह चौहान और उनकी पार्टी ने तैयार किया, जिसका प्रचार और विपणन भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के माध्यम से किया गया।
अपने नोटिस इस नोटिस में सिंधिया ने चौहान से मांग की है, उन्होंने जो भी आरोप एवं आक्षेप मेरे पर लगाए हैं, उन्हें तुरंत वापस लें, क्योंकि इन आरोपों ने व्हाट्सअप एवं ट्विटर सहित इलेक्ट्रोनिक मीडिया एवं प्रिंट मीडिया में मेरी छवि को खराब किया है। उन्होंने अपने नोटिस की एक प्रतिलिपि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी भेजी है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले, अशोक नगर के भाजपा विधायक गोपीलाल जाटव ने निर्धारित उद्घाटन समारोह से ठीक एक दिन पहले अशोकनगर में ट्रामा सेंटर का उद्घाटन किया। ट्रॉमा सेंटर को अशोक नगर जिले स्थापित करने की मंजूरी सिंधिया के यूपीए सरकार में मंत्री रहते हुए मिली थी। भाजपा विधायक के इस कृत्य ने सिंधिया समर्थकों को झकझोर कर रख दिया। इस बीच सांसद के प्रतिनिधि अमित तंवरे ने भाजपा विधायक के इस कृत्य को बेहूदा और गंगाजल से धुलवाने की मांग की।
इस बीच सिंधिया ने ट्रामा सेंटर का उद्घाटन करने के अलावा अपने प्रतिनिधि अमित तंवरे को निष्कासित कर दिया। इस बीच नंदकुमार सिंह चौहान ने बिना पुष्टि किए प्रदेश भर में पुतलादहन का ऐलान कर दिया और बयान दिया की सिंधिया ने दलितों का अपमान किया है। नंदकुमार सिंह खुद अशोकनगर गए और सिंधिया के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसी का मुद्दा बनाकर सारे प्रदेश में नंदकुमार सिंह ने सिंधिया के पुतले जलवाए।
इस बीच, सोमवार को मध्य प्रदेश विधानसभा में भी भाजपा के विधायकों ने सिंधिया द्वारा कथित रूप से किए गए दलितों के अपमान का मामला गूंजा। हजुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने सिंधिया द्वारा कथित रूप से किए गए दलितों के अपमान का मामला सदन में उठाया और माफी मांगने की बात रखी। इसके बाद भाजपा विधायक उड़ खड़े हुए और सदन की कार्यवाही को बाधित करते हुए बाहर चले गए।