जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने पत्रकारों से कहा, दुर्गा मां के एक भंडारे का पोस्टर जमीन पर गिरा पाया गया। इस पर एक पक्ष ने दूसरे पर आरोप लगाया कि उनके जुलूस के दौरान इसे कथित तौर पर गिराया गया। उन्होंने कहा, इस बात को लेकर दोनों पक्षों में असंतोष फैल गया जिसके बाद आज दोपहर दोनों पक्षों की बैठक बुलाकर उनके बीच सुलह भी करा दी गई।
शर्मा ने कहा, समझौता होने के बाद पहले पक्ष के सौ-डेढ़ सौ लोगों ने नारेबाजी की और कथित तौर पर पथराव किया। इस पर काबू पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। उन्होंने बताया कि इस घटना में अभी तक कोई हताहत नहीं हुआ है और न ही जान-माल की हानि हुई है। इलाके में तनाव को देखते हुए प्रशासन ने पुलिस और पीएसी के अलावा सीआईएसएफ की भी एक टुकड़ी को इलाके में तैनात किया है। रह-रह कर क्षेत्र में पथराव की छिटपुट घटनाएं जारी हैं।
इलाके में व्याप्त तनाव के कारण फजलगंज से निकलने वाला मोहर्रम का ताजिया अभी तक निकल नहीं पाया है और प्रशासन दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास कर रहा है। नगर के रायपुरवा इलाके में भी दो संप्रदायों के बीच नोंक-झोंक होने की खबर है। यह हंगामा अब जीटी रोड तक पहुंच गया है और उन्मादी भीड़ तलवार, कट्टे लेकर हंगामा करने पर उतारू है। इसे नियंत्रित करने के लिए करीब डेढ़ हजार सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया है। इनमें सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के जवान शामिल हैं।