मध्य प्रदेश के इंदौर नगर निगम के अधिकारी की बल्ले से पिटाई पर भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय की जमानत खारिज हो गई है। उन्हें 7 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इससे पहले पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही 10 अन्य लोगों के मामला दर्ज किया गया है। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 294, 323 506, 147, 148 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है। वहीं, इस पूरे मामले पर आकाश विजयवर्गीय को अफसोस नहीं है। उसने कहा कि हम इस भ्रष्टाचार और गुंडई को खत्म करके रहेंगे।
कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और विधायक आकाश विजयवर्गीय का मारपीट करते हुए एक वीडियो सामने आया, जिसमें वह निगम अधिकारी से साथ मारपीट करते हुए दिखाई दे रहा है। विधायक ने पहले निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकी भरे लहजे में चेताया। फिर क्रिकेट बैट से हमला कर दिया। यह वीडियो उस समय सामने आया जब इंदौर के निगम अधिकारियों की टीम जर्जर मकान को तोड़ने के लिए आई थी, लेकिन आकाश विजयवर्गीय उन पर ही बरस पड़े।
सामने आए वीडियो में आकाश विजयवर्गीय एक बैट से निगम अधिकारी पर हमला करते हुए दिख रहे हैं। जर्जर मकान तोड़ने पहुंची टीम के बीच और विधायक आकाश विजयवर्गीय के बीच बहस हुई लेकिन बाद में बात बढ़ती चली गई है उन्होंने अधिकारियों के साथ बदसलूकी की।
आकाश विजयवर्गीय ने दी चेतावनी
आकाश विजयवर्गीय ने पूरी घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि देखिए, यह सिर्फ शुरुआत है। हम इस भ्रष्टाचार और गुंडई को खत्म करके रहेंगे। 'आवेदन, निवेदन और फिर दना दन’, यह हमारा कदम होगा। आकाश ने कहा, आपको बता दूं कि अधिकारियों ने महिलाओं को उनके घरों से बाहर खींचा, इस दौरान उनके साथ महिला पुलिस को भी होना चाहिए था। जब मैं वहां पहुंचा, तब लोग अधिकारियों पर गुस्सा थे और वे उनका पीछा कर रहे थे। हम पुलिस स्टेशन पर उन अधिकारियों पर एफआइआर दर्ज कराने आए हैं।
यहां देखें वीडियो-
#WATCH Madhya Pradesh: Akash Vijayvargiya, BJP MLA and son of senior BJP leader Kailash Vijayvargiya, thrashes a Municipal Corporation officer with a cricket bat, in Indore. The officers were in the area for an anti-encroachment drive. pic.twitter.com/AG4MfP6xu0
— ANI (@ANI) June 26, 2019
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुधवार को निगम का अधिकारी गंजी कंपाउंड स्थित एक अति खतरनाक मकान को तोड़ने पहुंचा था। निगम की टीम को देखकर वहां के स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। इसी दौरान स्थानीय विधायक आकाश को सूचना देकर मौके पर बुला लिया। विधायक के आते ही कार्यकर्ताओं ने जेसीबी की चाबी निकाल ली। विजयवर्गीय ने निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि 10 मिनट में यहां से निकल जाना, वर्ना जो भी होगा उसके जिम्मेदार आप लोग होंगे।
इस वजह से खाली कराया जा रहा था घर
आकाश क्रिकेट बैट लेकर अधिकारियों पर हमला करने पहुंचे और उनके साथ बदसलूकी करने लगे। इतना ही नहीं समर्थकों ने भी निगम अधिकारियों के साथ मारपीट की। दरअसल, इस क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। ऐसे में जो भी जर्जर मकान हैं और काफी पुराने घर हैं उन्हें सरकार की तरफ से खाली कराया जा रहा है ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना ना हो।
विवादित बयानों को लेकर चर्चा में आ चुके हैं आकाश विजयवर्गीय
बता दें कि इससे पहले भी आकाश विजयवर्गीय अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रह चुके हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। तब उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी पहले तो पप्पू थे, लेकिन अब गधों के सरताज बन गए हैं। उस वक्त भी उनकी टिप्पणी पर काफी बवाल हुआ था।
इंदौर-3 विधानसभा सीट से विधायक हैं आकाश
आकाश विजयवर्गीय, इंदौर-3 विधानसभा सीट से विधायक हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान उनके टिकट को लेकर भी काफी विवाद हुआ था। कैलाश विजयवर्गीय अब राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं और पश्चिम बंगाल के प्रभारी हैं। यही कारण रहा कि वह खुद विधानसभा चुनाव नहीं लड़े लेकिन उनकी जगह बेटे ने अपनी किस्मत आजमाई।