जेल का नाम सुनते ही दिमाग में यातनाएं, दर्द, दुख की तस्वीरें उभरने लगती है। लेकिन कई जेल ऐसे भी होते हैं जहां कैदियों को सुधारने के लिए अलग रास्ते अपनाए जाते हैं। ऐसा ही कुछ हुआ है महाराष्ट्र के अहमदनगर जेल में।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक जेल प्रशासन ने कैदियों में सुधार और बदलाव के लिए एक आंतरिक रेडियो स्टेशन लॉन्च किया है। इस रेडियो स्टेशन को कैदियों द्वारा ही चलाया जाएगा।
जेल अधीक्षक एनजे सावंत ने कहा, “यह रेडियो स्टेशन बंदियों के लिए है और इसे वही चलाएंगे। इस रेडियो स्टेशन पर स्वास्थ्य से जुड़ी बातें होंगे, विशेष फरमाइश वाले गाने चलाए जाएंगे, साथ ही भजनों को भी चलाया जाएगा।”
कैदियों को रेडियो का आनंद देने के लिए हर बैरक में स्पीकर इन्सटॉल किए गए हैं। सीनियर जेलर शामकांत शेडगे ने कहा, “यह योजना कैदियों के मन से नकारात्मकता निकालने और उनमें सकारात्मक विचारों को भरने के लिए चलाई गई है।”