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मानव ढाल वाले मेजर गगोई से होटल में महिला को लेकर पूछताछ, पुलिस ले गई थाने

पिछले साल जम्मू-कश्मीर में एक युवक को मानव ढाल बना जीप से बांधकर घुमाने वाले मेजर नितिन लीतुल गोगोई...
मानव ढाल वाले मेजर गगोई से होटल में महिला को लेकर पूछताछ, पुलिस ले गई थाने

पिछले साल जम्मू-कश्मीर में एक युवक को मानव ढाल बना जीप से बांधकर घुमाने वाले मेजर नितिन लीतुल गोगोई बुधवार को श्रीनगर के एक होटल में महिला के साथ प्रवेश को लेकर विवाद में पड़ गए। जिसके बाद पुलिस स्टेशन ले जाकर उनसे पूछताछ की गई।  

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मेजर गोगोई कथित तौर पर एक 18 वर्षीय महिला के साथ होटल में जाना चाहते थे, जिसे लेकर कहासुनी हो गई। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। अभी पूरी तरह साफ नहीं हो पाया है कि आखिर किस वजह से आर्मी अफसर को पुलिस ने कुछ देर के लिए हिरासत में लिया। गोगोई का कहना है कि वह अपने सोर्स से मिलने आये थे। 

पुलिस अधिकारी के मुताबिक, यह घटना बुधवार सुबह की है जब मेजर गोगोई अपने ड्राइवर और एक महिला के साथ डलगेट स्थित एक होटल के रिसेप्शन पर चेक-इन करने पहुंचे। दो लोगों के लिए एक रात की होटल की ऑनलाइन बुकिंग लीतुल गोगोई के नाम से कराई गई थी। जब होटल के स्टाफ ने मेजर को महिला के साथ रूम में जाने से रोका तो इसे लेकर ड्राइवर होटल के कर्मचारियों पर भड़कने लगा। विवाद बढ़ता देख बाकी कर्मचारी भी वहां आ गए और पुलिस को बुलाया गया। पूछताछ के बाद पुलिस ने मेजर गोगोई और उनके ड्राइवर को मिलेट्री पुलिस की मौजूदगी में उनकी यूनिट के हवाले कर दिया।

जम्मू-पुलिस के प्रवक्ता ने इस मामले को लेकर एक बयान भी जारी किया है। बयान के मुताबिक, "बुधवार सुबह 11 बजे श्रीनगर के होटल ग्रैंड ममता में किसी कहासुनी को लेकर फोन कॉल आई थी। पता चला कि एक महिला और एक अन्य व्यक्ति वहां किसी से मिलने पहुंचे थे, जिन्हें होटल रिसेप्शन ने उक्त व्यक्ति से मिलने नहीं दिया। इसके बाद पुलिस दल मौके पर पहुंचा और आर्मी मेजर समेत सभी लोगों को पुलिस स्टेशन लाया गया। पता चला कि वह महिला होटल में आर्मी अफसर से मिलने आई थी। पुलिस ने आर्मी अफसर की पहचान और संबंधित जानकारियां ली हैं। बयान दर्ज करने के बाद आर्मी अफसर को उसकी यूनिट के हवाले कर दिया गया है। मामले की जांच के लिए महिला का बयान भी दर्ज किया जा रहा है। कश्मीर के आईजी पुलिस एसपी पाणी ने नॉर्थ सिटी के एसपी साजिद अहमद शाह को मामले की जांच के आदेश दिए हैं।” 

शाह ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वे मामले की जांच कर रहे हैं। अभी तक कि जानकारी के मुताबिक लीतुल गोगोई के नाम से होटल में एक कमरा बुक किया गया था। लेकिन जब एक युगल ने होटल में जाना चाहा तो होटल के स्टाफ ने कहा कि स्थानीय युवती को एंट्री नहीं दे सकते। इस बात को लेकर वहां कहासुनी हो गई और पुलिस को बुलाया गया। वह युवती वयस्क थी, जिसे वेरिफिकेशन के बाद जाने दिया।

होटल के मालिक एजाज अहमद का कहना है कि मेजर गोगोई के साथ एक स्थानीय महिला थी, जो नाबालिग लग रही थी और आईडी प्रूफ दिखाने से हिचक रही थी। उसके आधार कार्ड पर 2001 की जन्मतिथि है। होटल की पॉलिसी के तहत लोकल लड़के-लड़कियों को कमर नहीं देते

मामले की जांच के तहत पुलिस ने होटल से सीसीटीवी फुटेज और मेजर गोगोई द्वारा भरा गया रूम रिज़र्वेशन फॉर्म मांगा है। हालांकि इस मामले में पोलिस ने अभी तक को केस दर्ज नहीं किया है। दिल्ली में सेना के सूत्रों का कहना है पुलिस की जांच के बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा। 

शुरुआती खबरों में कहा जा रहा था कि होटल से हिरासत में ली गई युवती नाबालिग हैं, लेकिन बाद में पुलिस ने उसके व्यस्क होने की बात कही है। सबसे पहले इस खबर को वरिष्ठ पत्रकार अहमद अली फैयाज ने ट्वीटर पर ब्रेक किया था। 

गोगोई द्वारा होटल में बुकिंग के सबूत भी सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं, जिसके अनुसार उन्होंने खुद को बिजनेसमैन बताते हुए दो लोगों के लिए कमरा बुक कराया था। हालांकि, इसकी पुष्टि होनी बाकी है। लेकिन पुलिस के बयान से इतना स्पष्ट है कि होटल में विवाद के बाद एक महिला और मेजर गोगोई को पुलिस थाने ले जाया गया और मामले की जांच की जा रही है। 

53वीं राष्ट्रीय राइफल से ताल्लुक रखने वाले मेजर गोगोई को किन परिस्थितियों में श्रीनगर के होटल से पकड़ा गया, पूरा मामला जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। अभी तक इस मामले में रक्षा मंत्रालय या सेना की ओर से कोई बयान या स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है।

पिछले साल अप्रैल में लोकसभा उपचुनाव के दौरान पत्थरबाजी से बचने के लिए फारूक अहमद डार नाम के युवक को जीप के बोनट से बांधकर बडगाम जिले के कई गांवों में घुमाने की घटना से मेजर गोगोई सुर्खियों में आये था। सेना ने भी इस कार्रवाई का बचाव किया था। 

मानव ढाल बनाए जाने की घटना के बाद कश्मीर में सेना के तौर-तरीकों को लेकर काफी सवाल उठे थे। इसके बावजूद सेना प्रमुख ने मेजर गोगाई को सम्मानित किया था। लेकिन अब मेजर गोगोई जिस विवाद में पड़े हैं सेना के लिए उनका बचाव करना मुश्किल हो सकता है। 

 

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