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MP: 'मामा' के राज में मिड डे मील के नाम पर रोटी-नमक और नहर का पानी पीने को मजबूर मासूम

विकास को लेकर लाखों दावे करने वाली शिवराज सरकार के राज्य में बच्चों को सरकारी स्कूल में मिलने वाली...
MP: 'मामा' के राज में मिड डे मील के नाम पर रोटी-नमक और नहर का पानी पीने को मजबूर मासूम

विकास को लेकर लाखों दावे करने वाली शिवराज सरकार के राज्य में बच्चों को सरकारी स्कूल में मिलने वाली बुनियादी सुविधाओं के आभाव का एक मामला सामने आया है। यह मामला छतरपुर स्थित गांव सूरजपुरा कहा है, जहां बच्चों को मध्याह्न भोजन के नाम पर सिर्फ रोटी और नमक ही दिया जा रहा है।

यह स्कूल चार दिवारी के बीच नहीं बल्कि खुले में चलता है, यहां के मासूम अपनी प्यास बुझाने के लिए नहर का पानी पीने को मजबूर हैं। छतरपुर के गांव सुरजपुरा के ये बच्चे स्कूल के पास से गुजरने वाली नहर से पानी पीते हैं।

इस मामले के बारे में छतरपुर जिले के डीएम रमेश भंडारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने जांच टीम सूरजपुरा भेज दी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को दिए जाने वाले मध्याह्न भोजन में कोई भी अनियमितता पाए जाने पर सख्त कदम उठाएंगे। बच्चों की नहर से पानी पीने की बात से इनकार करते हुए डीएम रमेश भंडारी ने कहा कि बच्चे स्कूल में स्थित ट्यूबवेल से ही पानी पीते हैं।


इस पूरे मामले में राज्य की महिला एंव बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने कहा कि उन्होंने इस मामले के बारे में छतरपुर कलेक्टर से बात की है। उन्होंने इस अनियमितता के लिए जिम्मेदार लोगों को हटा देने की बात भी कही। अर्चना चिटनिस ने कहा कि एक जांच टीम का भी गठन किया गया है जो राज्यभर में ऐसे मामलों पर निगरानी रखेगी।


 

 

 

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