विकास को लेकर लाखों दावे करने वाली शिवराज सरकार के राज्य में बच्चों को सरकारी स्कूल में मिलने वाली बुनियादी सुविधाओं के आभाव का एक मामला सामने आया है। यह मामला छतरपुर स्थित गांव सूरजपुरा कहा है, जहां बच्चों को मध्याह्न भोजन के नाम पर सिर्फ रोटी और नमक ही दिया जा रहा है।
यह स्कूल चार दिवारी के बीच नहीं बल्कि खुले में चलता है, यहां के मासूम अपनी प्यास बुझाने के लिए नहर का पानी पीने को मजबूर हैं। छतरपुर के गांव सुरजपुरा के ये बच्चे स्कूल के पास से गुजरने वाली नहर से पानी पीते हैं।
Madhya Pradesh: Children at a school study in open, drink canal water, eat salt & chapati in mid-day meal in Chhatarpur's Surajpura pic.twitter.com/Wp3TOyfVYE
— ANI (@ANI) January 9, 2018
इस मामले के बारे में छतरपुर जिले के डीएम रमेश भंडारी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने जांच टीम सूरजपुरा भेज दी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को दिए जाने वाले मध्याह्न भोजन में कोई भी अनियमितता पाए जाने पर सख्त कदम उठाएंगे। बच्चों की नहर से पानी पीने की बात से इनकार करते हुए डीएम रमेश भंडारी ने कहा कि बच्चे स्कूल में स्थित ट्यूबवेल से ही पानी पीते हैं।
I sent an inquiry team there. They found irregularities in mid-day meal. We will take actions. But there is no problem of water. Children drink water from tube well sanctioned in the school premises: Ramesh Bhandari, Chhatarpur DM pic.twitter.com/EjgFl9COh3
— ANI (@ANI) January 9, 2018
इस पूरे मामले में राज्य की महिला एंव बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने कहा कि उन्होंने इस मामले के बारे में छतरपुर कलेक्टर से बात की है। उन्होंने इस अनियमितता के लिए जिम्मेदार लोगों को हटा देने की बात भी कही। अर्चना चिटनिस ने कहा कि एक जांच टीम का भी गठन किया गया है जो राज्यभर में ऐसे मामलों पर निगरानी रखेगी।
I spoke to Chhatarpur collector. People responsible for this irregularity have been removed. A team has been formed to keep vigilance in all districts: Archana Chitnis, Minister of Women and Child Development #MadhyaPradesh pic.twitter.com/IYq7eSiHIn
— ANI (@ANI) January 9, 2018