मुख्यमंत्री ने बताया कि यह यात्रा ओंकारेश्वर से 11 दिसम्बर से प्रारंभ होकर मई 2017 में समाप्त होगी। चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नमामी नर्मदे यात्रा के समापन कार्यक्रम में आमंत्रित किया। यात्रा 04 मई 2017 को समाप्त होगी। चौहान ने बताया कि सप्ताह में एक दिन वह खुद इस यात्रा में भाग लेंगे। यात्रा का मुख्य उद्देश्य गिरते हुए पर्यावरण स्तर को रोकना, लोगों को पर्यावरण के प्रति आगाह एवं जागरूक करना और नर्मदा मइया के जल को शुद्ध रखना तथा नर्मदा के आसपास के क्षेत्र को पर्यावरण के अनुकूल विकसित करना है। चौहान ने प्रधानमंत्री को फसल बीमा योजना के केन्द्र सरकार द्वारा दो हजार करोड़ रुपये केन्द्र की हिस्सेदारी जारी करने के लिए भी धन्यवाद दिया।
चौहान ने बताया कि नर्मदा में जल कम हो रहा है और नर्मदा में पानी किसी ग्लेशियर से नहीं आता है। नर्मदा में पानी मुख्य रूप से वर्षा से, पहाड़ों और पेड़ों से आता है। योजना के अंतर्गत नर्मदा जी के दोनों किनारों पर फलदार पेड़ लगाना, स्वच्छ रखना और यह सुनिश्चित करना कि नर्मदा में गंदा पानी न जाने पाये, इसके लिए एक व्यापक जन-जागरण अभियान चलाया जायेगा। प्रधानमंत्री मोदी की सोच के अनुरूप एक स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है।
चौहान ने वित्तमंत्री अरुण जेटली से भी मुलाकात की। मुलाकात के दौरान चौहान ने केन्द्रीय करों में राज्य की हिस्सेदारी के लिए जारी 17 सौ करोड़ रुपये की किश्त जारी करने के लिए धन्यवाद दिया और साथ ही शेष बची राशि को शीघ्र जारी करने अनुरोध किया। ज्ञात हो कि प्रदेश की केन्द्रीय करों में हिस्सेदारी लगभग 3000 करोड़ रुपये की है। चौहान ने अपने दिल्ली प्रवास के दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात की। चौहान ने केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिलकर उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।