पास के नेताओं ने आरोप लगाया कि उनकी ओर से आयोजित महापंचायत के स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती के कारण लोग नहीं आए। हालांकि, पुलिस ने इस आरोप को नकारा। मेहसाणा के पुलिस अधीक्षक चैतन्य मांडलिक ने बताया, यह एक बेबुनियाद आरोप है कि पुलिस ने किसी को कार्यक्रम में शिरकत करने से रोका... हमारी तैनाती तो नियमित मामला है। यह किसी को धमकाने के लिए नहीं किया गया।
गौरतलब है कि हार्दिक पटेल पिछले दिनों गुजरात में पटेल आरक्षण आंदोलन का प्रमुख चेहरा रहे हैं और उनके इस आंदोलन के कारण राज्य में भाजपा की स्थिति पिछले कई स्थानीय चुनावों में खराब हुई है। इसके निबटने के लिए गुजरात सरकार ने राज्य में अगड़ी जातियों के आर्थिक रूप से पिछड़ों के लिए 10 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की है जिसके बाद से हार्दिक के समर्थन में कमी आने लगी है।