विशेषकर पंजाब की मालवा पट्टी में यह राजनीति साफ तौर पर देखने में आ रही है। तीन धड़ों में बंट चुकी पार्टी में प्रो.बलजिंदर कौर, सुच्चा सिंह छोटेपुर और दिल्ली का धड़ा है। दिल्ली बनाम पंजाब का मामला पूरे मालवा में बना हुआ है। न केवल मालवा बल्कि अब यह पूरे पंजाब का मसला बना चुका है। सेंट्रल ऑब्जर्वरों की ओर से अपने साथियों को टिकट दिलवाने की गतिविधियां तेज कर दी गई हैं। वहीं दूसरे गुट के नेताओं ने भी हर गतिविधि में अपने उम्मीदवारों की संख्या बढ़ा दी है। पार्टी सूत्रों के अनुसार आम आदमी पार्टी के केंद्र के नेता भी उन नेताओं को टिकट देना चाह रहे हैं जिनका कोई आधार नहीं है। यहां तक कि स्थानीय तौर पर भी उन्हें पसंद नहीं किया जा रहा है। हालात यह हैं कि यह नेता खुद ब खुद अपने को टिकट का उम्मीद्वार बताते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल रहे हैं।