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राजस्थान उपचुनाव हारने पर बोलीं सीएम वसुंधरा- जनता का फैसला सिर आंखों पर

नए साल पर राजस्थान के उपचुनाव में कांग्रेस को जनता ने बड़ा तोहफा दिया है। उपचुनाव में भाजपा ने अपनी...
राजस्थान उपचुनाव हारने पर बोलीं सीएम वसुंधरा- जनता का फैसला सिर आंखों पर

नए साल पर राजस्थान के उपचुनाव में कांग्रेस को जनता ने बड़ा तोहफा दिया है। उपचुनाव में भाजपा ने अपनी तीनों सीटें खो दी हैं और कांग्रेस ने चौंकाते हुए इन सभी पर अपना कब्जा लगभग जमा लिया है। एक विधानसभा सीट पर कांग्रेस जीत चुकी है, जबकि दो लोकसभा सीटों पर भी उसने भाजपा को मात दी है।

मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्‍मीदवार विवेक धाकड़ जीत गए हैं। उन्होंने भाजपा के शक्ति सिंह को 12,976 मतों से शिकस्त दी है। 

अजमेर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार डॉक्टर रघु शर्मा जीत गए हैं। उनका मुकाबला भाजपा के रामस्वरूप लांबा से था।

वहीं, अलवर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के ही डॉक्टर करण सिंह यादव ने जीत दर्ज की है। भाजपा की तरफ से डॉक्टर जसवंत सिंह यहां मैदान में थे।

राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे ने हार को स्वीकार करते हुए कहा- जनता की सेवा का जो प्रण हमने 4 साल पहले लिया था, उसे पूरा करने में हमने कोई कसर नहीं छोड़ी। आज तीनो निर्वाचन क्षेत्रों में जो फ़ैसला जनता ने दिया है वह सिर आंखों पर।

उन्होंने कहा- हम राजस्थान के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं और रहेंगे। मैं भाजपा प्रत्याशियों, कार्यकर्ताओं और नेताओं का आभार व्यक्त करती हूँ, जिन्होंने इन चुनावों में मेहनत की, लेकिन अब हमें और कड़ी मेहनत करने की ज़रुरत है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर राजस्थान कांग्रेस को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि बहुत अच्छे राजस्थान कांग्रेस। आप सभी पर गर्व है। राजस्थान के लोगों ने भाजपा को खारिज किया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने पार्टी की तीनों सीट पर जीत के लिए मतदाताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं की जीत बताई और कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को मतदाताओं के जनाधार को स्वीकार करते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि तीन दशकों में यह पहला मौका है जब उपचुनाव में विपक्षी उम्मीदवार चुनाव जीते है और सत्ताधारी पार्टी के उम्मीदवार को पराजय का सामना करना पडा है।

पायलट ने कहा कि भाजपा ने धर्म और जातिवाद की राजनीति कर ध्रुवीकरण का प्रयास किया लेकिन मतदाताओं ने उसे नकार दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव का बेसब्री से प्रतीक्षा कर रही है ताकि कांग्रेस को सत्ता सौंप सके। प्रदेश की जनता वसुंधरा राजे सरकार से परेशान दुखी है।

इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए तीन उपचुनाव में मतदाताओं की ओर से दिये गये जनाधार को स्वीकार किया और कहा कि हार के कारणों का विशलेषण करेंगे और गलतियों को दूर कर इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा और वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा भारी बहुमत से सता पर काबिज होगी।

इधर, भाजपा की बुरी तरह से हार को लेकर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने समीक्षा बैठक शुरू कर दी है। एेसे में राजस्थान के जयपुर स्थित भाजपा मुख्यालय में सन्नाटा पसर गया है। उधर, कांग्रेस मुख्यालय में खुशी की लहर दौड़ गई है और सभी एक दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं।

पश्चिम बंगाल उपचुनाव में तृणमूल का दबदबा

पश्चिम बंगाल के नोआपारा में कांग्रेस विधायक मदुसूदन घोष के निधन के कारण हो रहे उपचुनाव में तृणमूल के सुनील सिंह ने भाजपा के संदीप बनर्जी को 63,000 से ज्यादा वोटों से हरा दिया है।

वहीं उलुबेरिया लोकसभा सीट में तृणमूल की सजदा अहमद ने भाजपा के अनुपम मलिक को 4,74,510 वोटों से हरा दिया है। सजदा अहमद दिवंगत सांसद सुल्‍तान अहमद की पत्नी हैं।

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