राजस्थान के जयपुर में खुद को आग लगाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ता की सोमवार देर रात दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई। देश में चल रहे कथित जातीय संघर्ष का हवाला देकर कार्यकर्ता ने श्ारीर पर पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगा दी।
इस घटना के बाद काफी हड़कंप मच गया था। दोस्तों का दावा था कि वह ‘भारत बंद’ को लेकर काफी परेशान था जबकि पुलिस इस घटना के पीछे घरेलू विवाद को कारण बता रही है।
100 मीटर तक भारत माता के जयकारे लगाते हुए दौड़ता रहा
पीटीआई के मुताबिक, यह मामला जयपुर आयुक्तालय के वैशालीनगर थाना क्षेत्र का है जहां 45 वर्षीय आरएसएस कार्यकर्ता रघुवीर शरण गुप्ता खुद को आग लगाने के बाद करीब 100 मीटर तक भारत माता के जयकारे लगाते हुए दौड़ता रहा। बीच सड़क पर जलते हुए आदमी को भागते देखकर लोग चौंक गए।
आग लगाने के पहले रघुवीर शरण ने सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट
इसके बाद स्थानीय लोगों ने पानी डालकर आग बुझाई और नजदीकी अस्पताल में ले गए। बताया जा रहा था कि आग लगाने के पहले रघुवीर शरण ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली, जिसमें उन्होंने लिखा कि स्वप्न में मैंने भारत माता की वह करुण चीत्कार सुनी और देखा कि चारों तरफ गिद्ध मंडरा रहे हैं। जब हम दूसरों के बहकावे में आ जाते हैं तो चाहे कोई भी हो, उसका स्वयं का विवेक शून्य हो जाता है। भाई से भाई को लड़वा कर अपना स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं।
देश में चल रहे कथित जातीय संघर्ष के कारण उठाया ये कदम
वहीं, इस मामले को लेकर पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) अशोक गुप्ता ने बताया कि वैशाली नगर इलाके में दवाइयों की दुकान के मालिक रघुवीर ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। पुलिस का कहना है कि रघुवीर ने यह कदम पारिवारिक कलह और देश में चल रहे कथित जातीय संघर्ष के चलते उठाया है। बताया जा रहा है कि पुलिस को दिए बयान में अग्रवाल ने कहा, ‘आरक्षण और जातिवाद से भरे इस समाज में (हम) नहीं जीना चाहते।’
80% तक झुलसा शरीर
उपायुक्त ने बताया कि 80 प्रतिशत झुलसे पीड़ित को उपचार के लिए सवाईमान सिंह चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था, जहां से परिजन उसे उपचार के लिए दिल्ली ले गए, जहां उसने दम तोड़ दिया।