यात्रा में शामिल अरुणा रॉय के साथियों का कहना है कि शनिवार को झालावाड़ के अकलेरा कस्बे में जब वह नाटक और गीतों के माध्यम से लोगों में जागरुकता फैला रहे थे तभी दो-तीन लोग मीटिंग में आ घुसे और उन पर हमला कर दिया। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो स्थानीय भाजपा विधायक कंवर लाल मीणा और उनके समर्थकों की अगुवाई में 40 से अधिक लोगों की भीड़ आ गई और उन पर लाठी से हमला किया। इसमें कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। आरोप है कि इस दौरान आसपास मौजूद 4-6 पुलिसकर्मी खड़े देखते रहे। विधायक के समर्थकों ने यात्रा में शामिल महिलाओं को भी थप्पड़ मारे। मजदूर किसान शक्ति संगठन के जाने-माने कार्यकर्ता शंकर सिंह को बुरी तरह पीटा गया।
झालावाड के एसपी राजेंद्र सिंह ने बताया कि कार्यकर्ताओं ने अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और इस सिलसिले में चार लोगों को हिरासत में लिया है। हालांकि, जिस समय यह घटना हुई अरुणा रॉय वहां मौजूद नहीं थी लेकिन मजदूर किसान शक्ति संगठन ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया है कि यह हमला भाजपा विधायक कंवर लाल मीणा और उनके समर्थन के नेतृत्व में हुआ। यात्रा में शामिल कार्यकर्ताओं पर लाठियों से लैस लोगों ने हमला किया, उनका कैमरा छीन लिया और वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि मामले में विधायक की भूमिका की जांच की जा रही है।
झालावाड़ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह का लोकसभा क्षेत्र भी है। गौरतलब है कि अरुणा रॉय और निखिल डे राजस्थान में कई संगठनों के साथ मिलकर 100 दिन की जवाबदेही यात्रा निकाल रहे हैं जिसके तहत जगह-जगह जवाबदेही मेलों और जनसुनवाई का आयोजन कर शासन में पारदर्शिता और लोगों की समस्याओं से जुड़े मुद्दे उठाए जा रहे हैं।
गहलोत ने जवाबदेही यात्रा पर हमले की निंदा की
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने झालावाड जिले के अकलेरा में जवाबदेही यात्रा पर असामाजिक तत्वों के हमला की कडी निंदा की है। एक बयान जारी कर गहलोत ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता अरूणा राय की एनजीओ टीम पर पहले भी हमला करने की घटनाएं हुई है। मुख्यमंत्री के जिले में इस प्रकार की घटना तभी संभव हो सकती है, जब वहां के असामाजिक तत्वों को यह पूरा भरोसा हो कि कानून हाथ में लेने के बावजूद उनके खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हो पाएगी। गहलोत ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग की है।
- एजेंसी इनपुट