बंसल अस्पताल के कार्यकारी निदेशक डाॅ. स्कंद त्रिवेदी ने बताया कि वरिष्ठ भाजपा नेता पटवा को सुबह दिल का दौरा पड़ने के तुरंत बाद उनके अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान उनका निधन हो गया।
पटवा के निधन की सूचना मिलने पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तुरंत बंसल अस्पताल पहुंचे।
पटवा का जन्म 11 नवंबर 1924 को हुआ था। वह दो बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। पहली बार वह वर्ष 1980 में मुख्यमंत्री बने थे और मात्र एक महीने तक पद पर रहे, जबकि बाद में राम मंदिर की लहर के चलते उन्होंने मार्च 1990 में फिर से प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में सत्ता संभाली थी।
बहरहाल, वह अपना दूसरा कार्यकाल भी पूरा नहीं कर सके, क्योंकि बाबरी मस्जिद के ढहाये जाने के बाद वर्ष 1992 में मध्यप्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था।
भाजपा सूत्रों ने बतताया कि पटवा वर्ष 1997 में छिंदवाड़ा लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस के कद्दावर नेता कमलनाथ को उनके गृहनगर से हराकर लोकसभा के लिए सांसद भी बने। बाद में वर्ष 1998 में कमलनाथ ने उनसे यह सीट छीन ली थी। उन्होंने कहा कि इसके बाद 1999 में हुए आम चुनाव में वह होशंगाबाद लोकसभा सीट से विजयी रहे और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कैबिनेट रैंक के मंत्री बने। भाषा एजेंसी