हरियाणा के गुरुग्राम स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सात साल की बच्ची के डेंगू के इलाज का बिल 18 लाख रुपये आया इसके बाद भी बच्ची नहीं बच पाई। बच्ची के परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। बच्ची के पिता ने न्याय की गुहार लगाई है।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली के द्वारका निवासी जयंत सिंह की बेटी आद्या सिंह को डेंगू हो गया था, जिसके कारण उसको रॉकलैंड में भर्ती कराया गया था, जहां से उसे बाद में दिल्ली से लगे गुरुग्राम स्थित फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट रेफर कर दिया गया था।
जयंत के मुताबिक फोर्टिस हॉस्पिटल ने उनकी बच्ची के इलाज के लिए 18 लाख रुपये का बिल थमाया है। इसमें 660 सिरिंज और 2700 ग्लोव्स (दस्ताने) का बिल भी शामिल है। इसके बाद भी उनकी बेटी को बचाया नहीं जा सका। अस्पताल में भर्ती रहने के 15 दिन बाद उसकी मौत हो गई।
One of my batchmate's 7 year old was in @fortis_hospital for ~15 days for Dengue. Billed 18 lakhs including for 2700 gloves. She passed away at the end of it. Corrupt assholes.
— D (@DopeFloat) 17 November 2017
More facts since people asked for it. Read thread and see snaps.
1. Charged for a whopping 660 syringes. They pumped a 7 year old with an average of ~40 syringes a day. Parents kept insisting on MRI/CT Scan to check if she was even alive since she was on ventilator since day 5 pic.twitter.com/NvZKQgp9Pj
— D (@DopeFloat) 19 November 2017
Sugar strips - available at INR 13/strip on (Tada!) - Fortis Healthcare Website - billed at INR 200 per strip. pic.twitter.com/TpNMvYtINh
— D (@DopeFloat) 19 November 2017
इस मामले की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अपनी ई-मेल आईडी शेयर करते हुए मामले से जुड़ी सभी जरूरी ब्यौरा और रिपोर्ट मेल करने को कहा है। उन्होंने इस मामले में कठोर कार्रवाई करने की भी बात कही है।
Please provide me details on [email protected] .We will take all the necessary action. https://t.co/dq273L66cK
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) 20 November 2017
हालांकि, अस्पताल ने अपने बयान में सभी आरोपों का खंडन किया है। अस्पताल ने कहा, "मरीज के इलाज में सभी मानक चिकित्सा प्रोटोकॉल का पालन किया गया था।"