विवाद उस समय हुआ, जब तेलंगाना ने आंध्र के जजों की नियुक्तियां जिला अदालतों में किए जाने पर आपत्ति व्यक्त की। तेलंगाना से संबंध रखने वाले 100 से ज्यादा जजों ने इन नियुक्तियों के विरोध में सप्ताहांत को हैदराबाद में विरोध मार्च निकाला था। अब इन जजों ने अगले महीने सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी दी है।
इस बीच तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव जल्द ही दिल्ली में धरना देने जा रहे हैं। वह ऐसा इसलिए करेंगे ताकि हैदराबाद में तेलंगाना के लिए अलग से हाईकोर्ट की स्थापना की मांग जोर पकड़ सके। उनकी सरकार का कहना है कि तेलंगाना के लिए अलग हाईकोर्ट राज्य की स्वायत्तता के लिए ज़रूरी है। तेलंगाना के गठन के बाद से दोनों पड़ोसी राज्य एक-दूसरे पर निशाने साधते रहे हैं। तेलंगाना ने अपने यहां जिला अदालतों में आंध्र के जजों की नियुक्तियां किए जाने पर आपत्ति जताई है। मुख्यमंत्री की पुत्री तथा सांसद के. कविता के मुताबिक, यह 'तेलंगाना पर नियंत्रण स्थापित करने की कोशिश है।' उन्होंने कहा कि हैदराबाद हाईकोर्ट का तुरंत बंटवारा किया जाना चाहिए।