पुलिस उपायुक्त (पूर्वी क्षेत्र) ए रवींद्र ने कहा कि इन सात पुलिसकर्मियों में से दो को सिर में चोटें आई हैं। उन्होंने कहा, प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने धरना देकर नारेबाजी की और पुलिस को शव को वहां से नहीं ले जाने दिया जबकि छात्रों को मृतक का पहचानपत्रा भी दिखाया गया जिससे यह साबित हो गया कि वह कोई छात्र नहीं था। उन्होंने कहा, छात्रों ने बाद में पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया। हालांकि प्रदर्शनकारियों को तितर बितर कर दिया गया है और पथराव करने वालों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
इससे पहले जब छात्रों को पता चला कि एक व्यक्ति का शव पानी की टंकी में मिला है तो वे बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए और यह दावा करते हुए प्रदर्शन करने लगे कि उक्त व्यक्ति एक छात्र था और उसने आत्महत्या कर ली है। छात्रों ने साथ ही उसकी मौत की जांच की भी मांग की। सहायक पुलिस आयुक्त (कचिगुड़ा मंडल) सी लक्ष्मीनारायण ने कहा, ‘छात्रों ने दावा किया कि मृतक एक छात्र था लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है...।’
उन्होंने कहा कि मृतक की पहचान एक श्रमिक के तौर पर हुई है जो उस्मानिया विश्वविद्यालय के पास के एम एम नगर का रहने वाला था। वह कुछ दिन पहले तैरने के लिए टंकी में गया था लेकिन आज उसका शव मिला। एसीपी ने प्रारंभिक जांच के आधार पर कहा, वह (मृतक) लगता है कि शराब के नशे में था और वह गर्मी के मद्देनजर अपने को ठंडा करने के लिए टंकी में उतरा..ऐसा लगता है कि दम घुटने से उसकी मौत हो गई और वह डूब गया। लक्ष्मीनारायण ने कहा, उन्होंने (कुछ प्रदर्शनकारी छात्र) पथराव किया...स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन अब नियंत्रण में है।’ पथराव की घटना के बाद परिसर में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है।