अश्विनी शर्मा
पहाड़ों की रानी शिमला में इस माह आने वाले टूरिस्टों के लिए खुशखबरी है . भले ही अभी हिमाचल प्रदेश सरकार ने इंटर राज्य बस सेवा बहाल नही की है लेकिन कोरोना के चलते लगभग 7 माह तक बन्द रहे हैरिटेज ट्रैक पर एक बार फ़िर ट्रैन दौड़ती नज़र आएगी।
1903 में ब्रिटिश काल में बनी हेरिटेज रेलवे ट्रैक पर एक बार फिर 15 अक्तूबर से हिमालयन क्वीन दौड़ेगी। समाचार हैं की इसके फिर से संचालन की अंबाला रेल मंडल ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। डीआरएम अंबाला ने इसकी मंजूरी भी दे दी है।शिमला में रेलवे अधिारियों के हवाले के यह भी सूचना है कि ट्रैन को लेकर रेलवे मुख्यालय से अंतिम मंजूरी आते ही इसका संचालन आरंभ हो जायेगा
हिमाचल के इंटर स्टेट बॉर्डर खुलने के बाद भारी संख्या में सैलानियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इस ट्रेन को चलाने का निर्णय लिया है। पहली ट्रेन 15 अक्तूबर से रेलवे बोर्ड ने कालका-दिल्ली शताब्दी चलाने का फैसला लिया है। नई दिल्ली से ट्रेन सुबह 7 बजकर 40 मिनट से चलेगी, जिसका 11बजकर 45 मिनट तक कालका पहुंचने का समय है। कालका से शिमला के लिए दोपहर 12 बजकर 10 मिनट से हिमालयन क्वीन चलाई जाएगी।
अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन संख्या 52455 शाम 5 बजकर 30 मिनट पर शिमला पहुंचेगी। शिमला से कालका ट्रेन दूसरे दिन सुबह 10 बजकर 40 मिनट नसे चलेगी। यह ट्रेन शाम 4 बजकर10 मिनट पर कालका पहुंचेगी। कारोना की एसओपी व प्रोटोकॉल के तहत ट्रेन को रिजर्वेशन के साथ चलाया जाएगा। यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर ट्रेन चलने से 2 घंटे पहुंचना होगा।
फ़िलहाल 15 अक्टूबर से शिमला कालका ट्रेन चलने की उम्मीद है। इसी बीच अंतरराज्यीय बसों को चलाने का निर्णय भी प्रदेश सरकार कर सकती है। कालका शिमला नैरो गेज ट्रेन जिसकी लंबाई 96 किलोमीटर है ,को विश्व धरोहर का दर्जा प्राप्त है । इस पर 20 स्टेशन है और 103 सुरंग के इलावा 800 पुल और 900 पहाड़ी मोड़ हैं।