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33 हजार करोड़ रुपये नैनो के लिए दिए, लेकिन 10-15 दिन से एक भी गाड़ी नहीं दिखी: राहुल

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के तीन दिवसीय गुजरात दौरे का आज आखिरी दिन है। राहुल नवसर्जन यात्रा के...
33 हजार करोड़ रुपये नैनो के लिए दिए, लेकिन 10-15 दिन से एक भी गाड़ी नहीं दिखी: राहुल

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के तीन दिवसीय गुजरात दौरे का आज आखिरी दिन है। राहुल नवसर्जन यात्रा के तीसरे चरण में दक्षिण गुजरात के दौरे पर हैं। यात्रा के आखिरी दिन वह कई छोटी सभाओं को संबोधित करेंगे और किसानों, मछुआरों, महिला कांग्रेस की सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे।

गुजरात दौरे के तीसरे दिन पार्दी में एक रैली के दौरान राहुल ने पीएम मोदी के नैनो प्लांट को लेकर तंज कसते हुए कहा, नैनो प्‍लांट के लिए यहां पर 33 हजार करोड़ रुपये दिए गए, लेकिन पिछले 10-15 दिनों में मैंने यहां एक भी नैनो कार नहीं देखी. मैंने कोई एक नैनो गाड़ी देखना चाह रहा था, लेकिन मुझे नहीं दिखाई दी। 

उल्‍लेखनीय है कि जब नैनो प्‍लांट पश्चिम बंगाल से हटाया गया तो उसको गुजरात में ही लगाया गया. उस वक्‍त तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाटा समूह को गुजरात में इस प्‍लांट को लगाने के लिए आमंत्रित किया था।

इससे पहले गुरुवार को महाभारत में पांडवों और कौरवों का संदर्भ देते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात में उनकी पार्टी और भाजपा के बीच लड़ाई 'सच और झूठ' के बीच लड़ाई है, जहां सच कांग्रेस के साथ है। राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री के पास जहां 'सरकार, पुलिस, सेना, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारें' हैं, उनके पास सच है और हमें सच के अलावा किसी और चीज की जरूरत नहीं है। 

बुधवार को भरुच से शुरु हुई तीन दिन की यात्रा के तहत राहुल आज दक्षिण गुजरात के वलसाड, नवसारी और सूरत जिले में रहेंगे। राहुल गांधी जहां अपनी नवसृजन यात्रा को लेकर सूरत में होंगे तो वहीं हार्दिक पटेल भी आज सूरत आएंगे। हार्दिक को 11 बजे सूरत क्राइम ब्रांच के सामने पेश होना है।

पाटीदार आंदोलन के दौरान हार्दिक पटेल पर दर्ज हुए राजद्रोह के मामले में जमानत देते वक्त कोर्ट ने शर्त रखी थी कि हार्दिक को महीने में दो बार सूरत क्राइम ब्रांच के दफ्तर में हाजिरी देनी होगी। इसी सिलसिले में हार्दिक आज सूरत आएंगे। इस दौरान देखना ये है कि हार्दिक राहुल से मिलते हैं या नहीं।

बता दें कि गुजरात दौरे पर राहुल गांधी की सेल्फी पॉलिटिक्स भी काफी चर्चा में है। पहले मंथशा के साथ भरूच में एक सेल्फी और उसके बाद अब वापी में कुछ युवाओं के साथ सेल्फी। युवा वोटरों को लुभाने के लिए राहुल गांधी का ये हथियार अभी तक कारगर साबित हुआ है।

पहले 3 नवंबर को हार्दिक को राहुल की रैली में शामिल होना था, लेकिन आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस के बीच बात फंसने के बाद उन्होंने कांग्रेस को 7 नवंबर तक आरक्षण का मामला सुलझाने का वक्त दिया था और कहा था कि तब तक वो न कांग्रेस का समर्थन करेंगे न विरोध। 

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