मेजर गोगोई को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की हाल की जम्मू कश्मीर यात्रा के दौरान सम्मानित किया गया। सेना की ओर से बताया गया कि सम्मानित करते वक्त उनके बेहतरीन योगदान और कोर्ट ऑफ इन्कवायरी से मिले संकेत को ध्यान में रखा गया है। माना जा रहा है कि मेजर लीतुल गोगोई को ऐसे समय में सेना प्रमुख के 'कमेंडेशन कार्ड' से सम्मानित किया जाना इस बात का संकेत है कि कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में शायद उन्हें दोषी नहीं माना जाएगा।
9 अप्रैल को श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में सेना के एक वाहन में एक व्यक्ति को बांधे हुए दिखाये जाने वाले वीडियो के वायरल होने पर सार्वजनिक आलोचना शुरू हुई थी। बाद में सेना ने एक जांच गठित की थी। सेना की ओर से कहा गया कि अगर उस व्यक्ति को ढाल की तरह नहीं खड़ा किया जाता तो सैकड़ों लोगों की भीड़ पोलिंग अधिकारियों और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों पर हमला कर देती।
सेना के सूत्रों की मानें तो अगर उस वक्त गोलीबारी की जाती तो भीड़ का गुस्सा सेना पर फूट पड़ता। इसलिए खुद को बचाने के लिए कंपनी कमांडर ने एक प्रदर्शनकारी को पकड़ा और उसे जीप से बांध दिया।