उत्तराखंड में रविवार को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले जयपुर निवासी पायलट राजवीर सिंह चौहान 15 साल से अधिक समय तक भारतीय सेना में सेवारत रहे थे और उन्हें विभिन्न भूभागों में उड़ान मिशन का व्यापक अनुभव था।
केदारनाथ के पास रविवार को निजी कंपनी का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और पायलट चौहान समेत सात लोगों की मौत हो गई।
जयपुर के शास्त्री नगर के निवासी चौहान अक्टूबर 2024 से ‘आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड’ के साथ पायलट के रूप में काम कर रहे थे। चौहान की मौत की जानकारी उनके पिता गोविंद सिंह को दी गई।
चौहान के ‘लिंक्डइन’ प्रोफाइल के अनुसार भारतीय सेना में काम करने के कारण उन्हें विभिन्न इलाकों में उड़ान मिशन, हवाई संचालन की देखरेख का व्यापक अनुभव था और वह विभिन्न प्रकार के हेलीकॉप्टर तथा उनके रखरखाव में प्रशिक्षित थे।
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हादसे पर शोक जताया है।
राजभवन के प्रवक्ता के अनुसार राज्यपाल ने ईश्वर से राजस्थान के पायलट तथा अन्य श्रद्धालुओं की पुण्यात्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की है।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘केदारनाथ में हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से हुई राजस्थान के पायलट तथा अन्य श्रद्धालुओं की जनहानि का समाचार अत्यंत दुःखद है। बाबा केदार दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिवार को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करें।’’
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘केदारनाथ के पास हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में जयपुर निवासी पायलट राजवीर सिंह चौहान समेत सात व्यक्तियों की मृत्यु अत्यंत दुखद है। इस कठिन समय में मेरी गहरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं, ईश्वर उन्हें यह आघात सहने की शक्ति प्रदान करें एवं दिवंगतों की आत्मा को शांति प्रदान करें।’’