बिहार पुलिस ने 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए फिर से परीक्षा आयोजित करने की मांग को लेकर रविवार को पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शन कर रहे बीपीएससी अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया।
एसपी सिटी स्वीटी सहरावत ने बताया कि छात्रों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की, जिसके बाद पुलिस ने उन पर पानी की बौछारें कीं।
उन्होंने कहा, "हमने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से जगह खाली करने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी...हमने यह भी कहा कि वे अपनी मांगें रख सकते हैं और हम उनकी बात सुनने के लिए तैयार हैं। उन्होंने हमारे साथ धक्का-मुक्की भी की, जिसके बाद हमने उन पर पानी की बौछारें कीं।"
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर के साथ बीपीएससी अभ्यर्थी 70वीं की प्रारंभिक परीक्षा फिर से कराने की मांग कर रहे थे। एक उम्मीदवार ने कहा कि वे राजनीति का शिकार नहीं होना चाहते तथा मुद्दे को भटकाने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, "हम उनकी (राजनीतिक नेताओं की) राजनीति का शिकार नहीं होना चाहते। हमारी केवल एक मांग है, हम दोबारा परीक्षा चाहते हैं। मुद्दे को भटकाने का प्रयास किया जा रहा है। हम इस मुद्दे पर राजनीति नहीं चाहते, हम केवल दोबारा परीक्षा चाहते हैं।"
दूसरे उम्मीदवार ने कहा, "हम सभी राजनीतिक दलों के खिलाफ हैं।"
इस बीच जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर छात्रों के साथ कोई अन्याय हुआ तो वे पूरी ताकत से उनके साथ खड़े रहेंगे।
उन्होंने कहा, "यहां मौजूद सरकारी अधिकारियों ने हमें आश्वासन दिया है कि सरकार छात्रों की मांगों पर चर्चा के लिए सहमत हो गई है और पांच सदस्यीय छात्रों की समिति अभी मुख्य सचिव से जाकर बात करेगी ताकि छात्रों की समस्याओं और मांगों पर कोई निर्णय लिया जा सके। अगर सचिव से बातचीत के बाद छात्र या बीपीएससी अभ्यर्थियों का छात्र संगठन संतुष्ट नहीं होता है तो कल सुबह आगे के आंदोलन पर निर्णय लिया जाएगा।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं छात्रों से अनुरोध करूंगा कि अभी ऐसा कुछ भी न करें जो कानून सम्मत न हो। अगर निर्णय छात्रों के पक्ष में नहीं होता है, अगर छात्रों के साथ कोई अन्याय होता है तो हम पूरी ताकत से उनके साथ खड़े होंगे। मैं छात्रों के साथ हूं।"
शनिवार को दिल्ली पुलिस ने स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के सदस्यों को हिरासत में लिया, जो पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों पर पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ दिल्ली में बिहार भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे।
पटना में प्रदर्शनकारी छात्र 13 दिसंबर को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित एकीकृत संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) 2024 को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।