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एक्शन में योगी, गोंडा और फतेहपुर के डीएम समेत कई अधिकारी सस्पेंड

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा और फतेहपुर के डीएम को सस्पेंड कर दिया है। गोंडा के डीएम पर सरकारी...
एक्शन में योगी, गोंडा और फतेहपुर के डीएम समेत कई अधिकारी सस्पेंड

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा और फतेहपुर के डीएम को सस्पेंड कर दिया है। गोंडा के डीएम पर सरकारी खाद्यान्न वितरण में अनियमितताओं और वरिष्ठ स्तर पर अप्रभावी और अत्यधिक शिथिल नियंत्रण का आरोप है। जबकि फतेहपुर के डीएम पर गेहूं खरीद में लापरवाही का आरोप है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा जिले में सरकारी खाद्यान्न वितरण में अनियमितताएं मिलने, वरिष्ठ स्तर पर अप्रभावी और अत्यधिक शिथिल नियंत्रण को गम्भीरता से लेते हुए डीएम गोंडा जेबी सिंह, प्रभारी जिलापूर्ति अधिकारी राजीव कुमार और जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजय विक्रम सिंह को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने और सम्पूर्ण मामले में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अमूमन कनिष्ठ अधिकारियों को दण्डित कर दिया जाता है, लेकिन वरिष्ठ स्तर पर जवाबदेही तय नहीं की जाती है। यदि वरिष्ठ स्तर पर प्रभावी अनुश्रवण और कार्रवाई की जाती तो कदाचित इस प्रकार की स्थिति उत्पन्न न होती। प्रकरण में कार्रवाई की प्रभावी मिसाल स्थापित करते हुए वरिष्ठ स्तर पर जिम्मेदारी निर्धारित करने का फैसला लिया गया है। मामले में 9162 बोरियों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का खाद्यान्न कालाबाजारी के उद्देश्य से गोदाम में संग्रहीत पाया गया, जिसमें जिला प्रशासन, आपूर्ति और विपणन शाखा के केन्द्र, तहसील, जनपद, मण्डल स्तर के अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा निर्देशों की अवहेलना और पदीय दायित्वों का ठीक से  निर्वहन न करने का स्पष्ट प्रमाण मिला।

प्रकरण संज्ञान में आने पर स्थानीय और राज्य मुख्यालय स्तर से जांच कराई गई थी। इसमें भारत सिंह केन्द्र विपणन निरीक्षक, झांझरी और महेश प्रसाद पूर्ति निरीक्षक तहसील तरबगंज को पूर्व में निलम्बित किया जा चुका था। इसके अलावा सम्भागीय खाद्य नियंत्रक देवीपाटन राजेश कुमार, केके सिंह, सम्भागीय खाद्य विपणन अधिकारी देवीपाटन और सत्येन्द्र कुमार सिंह उपायुक्त खाद्य के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई प्रस्तावित की गई।

इसके अलावा फतेहपुर जिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गेहूं खरीद में अनियमितताएं मिलने डीएम फतेहपुर कुमार प्रशांत को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने के निर्देश दिए हैं। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि 31 मई को विशेष सचिव खाद्य, अपर आयुक्त खाद्य द्वारा गेहूं क्रय केन्द्रों पर जांच की गई थी। जांच में पाया गया कि 13 मई के बाद से लेकर अब तक लगभग 18 दिनों में कोई भी खरीद न किये जाने का कोई औचित्य नहीं दर्शाया गया है।

साथ ही किसानों को टोकन वितरण न करने और गेहूं खरीद को प्रभावित करने में खाद्य आयुक्त द्वारा छह जून को प्रकरण में दोषी अधिकारी और कर्मचारी के विरूद्ध कार्यवाही की गई है। क्रय केन्द्र प्रभारी बिसौली मण्डी नरेन्द्र कुमार को निलम्बित कर फतेहपुर के जिला प्रबन्धक पीसीएफ मोहम्मद रफीक अंसारी को भी निलम्बित किया। इसी प्रकार फतेहपुर मंण्डी के यूपी एग्रो संस्था के क्रय प्रभारी प्रेम नारायण को भी निलम्बित किया गया। जिला प्रबन्धक यूपी एग्रो गुलाब सिंह को निलम्बित करने की संस्तुति की गई है। विपणन शाखा के क्रय केन्द्रों में दोषी मिले विपणन निरीक्षक शक्ति जायसवाल को निलम्बित किया गया। जिला खाद्य विपणन अधिकारी घनश्याम के खिलाफ निलम्बन की कार्यवाही की गई है। साथ ही मामले में एफआईआर भी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है।

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