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खुफिया जानकारी के बाद यूपी के देवबंद से जैश-ए-मोहम्मद के दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार

14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आंतकी हमले के बाद से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। इसी बीच...
खुफिया जानकारी के बाद यूपी के देवबंद से जैश-ए-मोहम्मद के दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार

14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आंतकी हमले के बाद से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। यूपी एटीएस ने सहारनपुर से दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इसमें से एक आरोपी के संबंध जैश ए मोहमद से बताए जा रहे हैं। जैश ए मोहमद ने आरोपी को आतंकियों की भर्ती की जिम्मेदारी दी थी। दोनों आरोपी छात्र के रूप में देवबंद में रह रहे थे। यूपी पुलिस को दो-तीन दिन पहले सूचना मिली थी। इसके बाद कल शाम यूपी एटीएस के चीफ को देवबंद भेजा गया था।

गिरफ्तार किए गए आतंकियों का काम जैश-ए-मोहम्मद के लिए नए आतंकियों की भर्ती कराना था। गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि उनके पास बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है।

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उत्तर प्रदेश डीजीपी ओपी सिंह ने बताया, ‘खुफिया जानकारी के बाद गुरुवार को सहारनपुर से हमारे एटीएस विंग ने दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आतंकियों के नाम हैं शाहनवाज अहमद तेली और आकिब अहमद। वे कश्मीर से हैं और उनका संबंध जैश-ए-मोहम्मद से है। शाहनवाज कुलगाम से हैं जबकि आकिब पुलवामा जिले से है। इन दोनों के पास से दो हथियार और जिंदा कारसूत बरामद किए गए हैं’।

हम जम्मू-कश्मीर पुलिस के संपर्क में हैं: डीजीपी

ओपी सिंह ने बताया, ‘दोनों आतंकियों में से शाहनवाज को ग्रेनेड का एक्सपर्ट कहा जा रहा है। हम उसे ट्रांजिट रिमांड में लेकर इस बात की जांच करेंगे कि वह कब कश्मीर आया और कौन उसे फंडिंग कर रहा था। साथ ही, उसके निशाने पर क्या था। हम जम्मू-कश्मीर पुलिस के संपर्क में हैं’। दोनों संदिग्ध आतंकी देवबंद में बिना एडमिशन छात्र के रूप में रह रहे थे। इनके पास से दो .32 बोर का पिस्टल और 20 जिंदा कारतूस मिले हैं। साथ ही जेहादी चैट्स का प्रमाण, वीडियो और फोटोग्राफ भी मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है।

दोनों की उम्र करीब 20 से 25 साल के बीच में है

उन्होंने बताया कि दो आतंकियों को सहारनपुर से लखनऊ ट्रांजिट रिमांड पर एटीएस लेकर आ रही है। पुलवामा आतंकी हमले में शहनवाज और मलिक की भूमिका की जांच की जा रही है। अभी इसके बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। दोनों की उम्र करीब 20 से 25 साल के बीच में है। शहनवाज जम्मू एंड कश्मीर के कुलगाम और आकिब अहमद मलिक कुलवामा का रहने वाला है।

उन्होंने बताया कि दो आतंकियों के मददगार और कौन कौन लोग हैं। कितने छात्रों की भर्ती की है। टेरर फंडिंग कौन कर रहा है और इनका टारगेट क्या हो सकता था, इसकी छानबीन की जा रही है। इसके अलावा यूपी पुलिस जम्मू एंड कश्मीर पुलिस के संपर्क में है, उनसे जानकारियां बाद में शेयर की जाएंगीं।

शाहनवाज का शुरुआती काम लोगों का ब्रेनवॉश कराने का था

लखनऊ में डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि आतंकी शाहनवाज अहमद तेली का काम आतंकियों की भर्ती कराना था। उसका शुरुआती काम लोगों का ब्रेनवॉश कराने का भी था। हमारी टीम ने बेहद शानदार काम किया है और आगे चलकर टीम को सम्मानित किया जाएगा।

सहारनपुर में कब से रह रहे हैं, इस सवाल के बारे में डीजीपी ने बताया कि हम इसकी जांच कर रहे हैं और जांच के बाद यह साफ हो पाएगा।

एटीएस की प्राइवेट हॉस्टल में भी छापेमारी

देर रात एटीएस की टीम ने देवबंद में ईदगाह के निकट प्राइवेट हॉस्टल में रह रहे विभिन्न मदरसा तलबा को हिरासत में लिया। हिरासत में लिए गए तलबा में 2 कश्मीर के है और पांच उड़ीसा के है। हालांकि बताया जा रहा है अलग-अलग जगह से 10 से 12 तलबा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। स्थानीय पुलिस कुछ भी बताने से कतरा रही है। जबकि अन्य हॉस्टल तलबा का आरोप है कि रात ढाई बजे हॉस्टल में घुसे एटीएस की टीम ने कमरों की तलाशी के दौरान उनसे अभद्रता की है। तलबा को किस सम्बंध में हिरासत में लिया अभी रहस्य बना हुआ है।

वेस्ट यूपी से फिर जुड़े आतंकी गतिविधियों के तार

वेस्ट यूपी से आतंकी गतिविधियों के तार फिर जुड़े हैं। इसस पहले एनआईए ने अमरोहा सहित कई जिलों में छापेमारी कर आतंकियों की गिरफ्तारी की थी।

14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हुए थे

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकी हमला हुआ था। ये हमला जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने किया था, जिसमें भारत के 40 जवान शहीद हुए थे। जिस आतंकी ने हमला किया वह जम्मू-कश्मीर का ही रहने वाला आदिल अहमद डार था।

ISISके तर्ज पर बनाए जा रहे मॉड्यूल का भांडा फोड़ किया था

बता दें कि यूपी एटीएस इससे पहले भी कई आतंकियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले यूपी एटीएस ने आईएसआईएस के तर्ज पर बनाए जा रहे मॉड्यूल का भांडा फोड़ किया था।

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